कारगिल दिवस की 16वीं वर्षगांठ पर शहीद हुए जवानों को आज जरूर पूरे देश ने नम आंखों से याद किया होगा। आज से करीब 16 साल पहले इन जवानों ने देश की रक्षा में जिस तरह से अपनी जान को हंसते हुए कुर्बान कर दिया था उसकी याद आज भी लोगों के रोंगटे खड़े कर जाती है। 1999 में भारत के इन शहीदों ने पाक को जमकर धूल चटाई। जवाब में इन बेखौफ सैनिकों ने दुश्‍मनों की लाशों का ढेर बिछा दिया।

शहीदों के परिजन भी हुए शामिल
उन जाबांज शहीदों की याद में कारगिल के द्रास सेक्टर कारगिल वॉर मेमोरियल पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। श्रद्धांजलि कार्यक्रम के इस मौके पर सेना के जवानों संग शहीदों के परिवार वालों ने भी उपस्थिति दर्ज कराई। इस मौके पर उपस्थित सभी लोगों ने भीगी पलकों से शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।
निकाली गई विजय दिवस दौड़ भी
इस दौरान खास बात ये रही कि कारगिल दिवस सरीखे मौके पर एक ओर तो शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें याद किया गया। वहीं दूसरी ओर इस मौके पर पूर्व सैनिकों ने वन रैंक वन पेंशन की मांग को बुलंद आवाज के साथ उठाया। गौरतलब है कि वन रैंक वन पेंशन योजना को लागू करने में देरी को लेकर पूर्व सैनिक दिल्ली में जबरदस्त प्रदर्शन कर रहे हैं। इस क्रम में पूर्व सैनिकों ने धौला कुआं से जंतर मंतर तक कारगिल विजय दिवस दौड़ भी निकाली।
अन्ना हजारे भी आए सैनिकों के साथ
बता दें कि पूर्व सैनिकों की इस मांग को गांधीवादी समाजसेवी अन्ना हजारे भी अपना पूरा-पूरा समर्थन दे रहे हैं। ऐसे में अन्ना हजारे दिल्ली के जंतर मंतर पर पूर्व सैनिकों के साथ धरना प्रदर्शन में भी शामिल हुए हैं। गौरतलब है कि आम चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने घोषणापत्र में वन रैंक वन पेंशन योजना को लागू करने का वादा किया था। इसके बाद से अब तक इस बात पर किसी तरह की कोई चर्चा नहीं हुई है। इसी को लेकर पूर्व सैनिकों का गुस्सा भड़का हुआ है।

Hindi News from India News Desk

 

Posted By: Ruchi D Sharma