- आरवीसी सेंटर में मनाया जाएगा कारगिल विजय दिवस

- शहीदों के परिजनों को सेना करेगी सम्मानित

मेरठ।

शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले

वतन पर मिटने वालों का यही बाकीं निशां होगा

कारगिल की कहानी शौर्यगाथा की अमर प्रेरणा देती है। जब मां भारती के लाड़लों ने अपने पराक्रम से पाकिस्तान को करारा जवाब दिया था। 26 जुलाई 1999 इतिहास के पन्नों में विजय दिवस के नाम से दर्ज है। अमर शहीदों की गौरवगाथा को स्मरण करने के लिए मेरठ के आरवीसी सेंटर के भंडारी हॉल में आज विजय दिवस मनाया जाएगा। कारगिल दिवस पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाएगी।

परिजन होंगे सम्मानित

आरवीसी सेंटर में कारगिल दिवस पर शहीदों के परिजनों को जीओसी मेजर जरनल के मनमीत सिंह सम्मानित करेंगे। इसके अलावा शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किए जाएंगे।

देंगे आर्थिक मदद

इस मौके पर 80 साल से अधिक उम्र के पूर्व सैनिकों को सेना द्वारा कारगिल दिवस पर आर्थिक मदद भी दी जाएगी।

वर्जन।

कारगिल की लड़ाई में हमारे सैनिकों ने दुश्मन को धूल चटाई थी। हम सैनिकों के सम्मान में विजय दिवस मनाते हैं। कारगिल दिवस के मौके पर हम सभी उन शहीदों को नमन करेंगे जिनकी आन बान शान पर हम हरदम गर्व करते हैं।

-रवि

विजय दिवस के मौके पर हम सब उन शहीदों को नमन करेंगे। कारगिल में हमारे सैनिकों ने पाकिस्तान को धूल चटाई थी। विजय दिवस हमारी गौरव गाथा की कहानी समूची दुनिया के सामने एक नजीर है।

-शुभम

सेना में जाने का जज्बा हर किसी में होना चाहिए। मेरे भाई की इंडियन आर्मी की इंजीनियरिंग कोर में जम्मू में पोस्टिंग है। उसकी वजह से हमारे पूरे परिवार का समाज में अलग सम्मान है।

- अमित तोमर, आईटी इंजीनियर

भारतीय सेना का हिस्सा होना गर्व की बात है.12 पास करने के बाद एनडीए एग्जाम क्लीयर करने की तैयारी कर रहा हूं। सेना से जुडने के लिए काफी अधिक संख्या में युवा तैयारी कर रहे हैं।

- अंकित ढींगरा, स्टूडेंट

Posted By: Inextlive