कर्नाटक में काॅलेज में हिजाब को लेकर छिड़े विवाद के बीच आज सुबह स्टूडेंट ने हिजाब पहनकर कॉलेज में प्रदर्शन किया तो जवाब में भगवा दुपट्टे पहने स्टूडेंट्स भी आ गए। वहीं इस मामले में राज्य के मुख्यमंत्री ने सभी संबंधितों से शांति बनाए रखने और बच्चों को पढ़ने देने को कहा है।

उडुपी (एएनआई)। कर्नाटक के उडुपी में हिजाब विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। उडुपी में आज मंगलवार को महात्मा गांधी मेमोरियल कॉलेज में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। यहां हिजाब पहने स्टूडेंट्स को देख भगवा स्टोल-हेडगियर पहने छात्रों के एक समूहों ने कॉलेज परिसर में नारे लगाए। काॅलेज में हिजाब पहनने को लेकर चल रहे विवाद के बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने मंगलवार को न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, सभी संबंधित लोगों को शांति बनाए रखनी चाहिए और बच्चों को पढ़ने देना चाहिए। मामला आज हाई कोर्ट में पेश किया जा रहा है उसका इंतजार करते हैं। इस दौरान कॉलेज की मुस्लिम स्टूडेंट्स ने सवाल किया कि क्या 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' के तहत शिक्षा का अधिकार उन्हें नहीं है। हम सभी अपने कॉलेज के पहले साल से हिजाब पहन रहे हैं।

#WATCH | Protests erupt at Mahatma Gandhi Memorial College in Udupi as students wearing hijab & another group of students wearing saffron stoles-headgears raise slogans on college campus.
Karnataka HC to hear a plea today against hijab ban in several junior colleges of state. pic.twitter.com/f65loUWFLP

— ANI (@ANI) February 8, 2022

अचानक से हिजाब क्यों मुद्दा बन गया
वहीं एक स्टूडेंट ने कहा, वे 'बेटी बचाओ बेटी पढाओ' के बारे में बात करते हैं, क्या वे (हिंदू) एकमात्र बेटी हैं? क्या हम बेटी नहीं हैं? हम भी देश की बेटियां हैं। अचानक से सरकार को हिजाब से दिक्कत क्यों है? मैं पिछले तीन साल से यहाँ हिजाब पहन रही हूं। अब यह समस्या क्यों है?" एक अन्य स्टूडेंट ने कहा कि भगवा स्टोल वाले स्टूडेंट मुस्लिम लड़कियों का विरोध कर रहे थे हैं। वे चाहते हैं कि हमें कॉलेज से निकाल दिया जाए, यही वे कर रहे हैं। हमें शिक्षा का अधिकार है और अपने धर्म का पालन करने का अधिकार है। कॉलेज की एक अन्य छात्रा ने पूछा कि अचानक से हिजाब क्यों मुद्दा बन गया है।
हिजाब पहनना हमारे लिए अनिवार्य
आखिर वे ऐसे नियम क्यों लागू कर रहे हैं जब कॉलेज दो महीने में खत्म होने वाला है? जब हम पहली बार कॉलेज में शामिल हुए थे तब हमें हिजाब पहनने की इजाजत थी। अब यह मुद्दा क्यों है? हम हिजाब नहीं छोड़ने जा रहे हैं, और हम शिक्षा भी छोड़ने वाले नहीं हैं। हमें आजादी मिले 75 साल हो गए हैं और फिर भी हम आजाद नहीं हैं। यह हमारी ड्रेस का हिस्सा है। भगवा बनाम हिजाब विवाद पर टिप्पणी करते हुए, स्टूडेंट्स ने कहा, हमने उन्हें कभी भी भगवा नहीं पहनने के लिए कहा, वे इसे पहनने के लिए स्वतंत्र हैं लेकिन हिजाब हमारे लिए अनिवार्य है। हम हिजाब को अपने बचपन से पहनते आ रहे हैं।

Posted By: Shweta Mishra