GORAKHPUR: कार्तिक पूर्णिमा पर मंगलवार को श्रद्धालुओं ने राप्ती, घाघरा, आमी समेत विभिन्न नदियों में आस्था की डुबकी लगाई। साथ ही साथ यथाशक्ति दान भी दिया। सिटी में राप्ती नदी के तट पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी और स्नान-दान की परमपुण्यदा कार्तिक पूर्णिमा परंपरागत श्रद्धा के साथ मनाई गई।

उमड़ती रही भीड़

अनेक श्रद्धालुओं ने कार्तिक पूर्णिमा पर मुंडन भी कराया और नदी के तट पर ही भगवान श्री सत्य नारायण की कथा सुनी। परंपरागत रूप से गो-दान भी किया गया। राप्ती नदी के तट के साथ ही सरोवरों आदि पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी, जो दोपहर बाद तक जारी रहा। सबसे ज्यादा श्रद्धालु राजघाट स्थित राप्ती तट पर जुटे। लोगों ने स्नान पूजन के साथ ही मेले का भी भरपूर आनंद उठाया और खरीदारी की। श्री गोरक्षनाथ मंदिर स्थित मान सरोवर, हनुमान गढ़ी, सूर्यकुंड धाम समेत जिले के सभी प्रमुख तटों पर परंपरागत रूप से मेले लगे और भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने कार्तिक पूर्णिमा का स्नान किया। पं। शरद चंद्र मिश्रा बताते हैं कि कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान करने और दान करने से मन वांछित फल मिलते हैं।

एनडीआरएफ की टीम रही मुस्तैद

एनडीआरएफ की टीम चार मोटर बोट व लगभग 25 बचाव कर्मियों के साथ प्रमुख घाटों पर तैनात रही। टीम के साथ गोताखोर, पैरामेडिक्स टेक्नीशियन आदि डीप ड्राइविंग सेट लाइफ बॉय संचार साधनों व अन्य एक्यूपमेंट्स के साथ आस्था के इस पर्व पर कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर तैयार रही। 11वीं एनडीआरएफ टीम के कमांडर गोपी गुप्ता ने बताया कि हर वर्ष की भांति एनडीआरएफ की टीम घाटों पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए तैनात की थी।

Posted By: Inextlive