कासगंज तिरंगा यात्रा वाली हिंसा फिर भड़की, शहर में चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात
पाकिस्तान के समर्थन में लगाए नारे
शुक्रवार सुबह गणतंत्र दिवस पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता मोटरसाइकिलों से कासगंज में तिरंगा यात्रा निकाल रहे थे। मोहल्ला हुल्का बड्डू नगर में वंदेमातरम, भारत माता की जय के नारे लगाते कार्यकर्ताओं का समुदाय विशेष के युवकों ने विरोध किया तो विवाद हो गया। इसी दौरान समुदाय विशेष के युवक ने पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगा दिया। इस पर दोनों ओर से नारेबाजी होने लगी। देखते ही देखते दोनों ओर से पथराव शुरू हो गया। चारों ओर से घिर जाने पर कार्यकर्ता अपनी दो दर्जन से अधिक बाइक छोड़ भागे। इसके बाद उनकी बाइकों को आग के हवाले कर दिया गया और जमकर तोडफ़ोड़ की गई। थोड़ी देर में दोनों संप्रदाय के लोगों ने मोर्चा संभाल लिया। छतों से पथराव और फायरिंग शुरू कर दी। कुछ ही देर में संप्रदाय विशेष के उपद्रवियों ने तहसील रोड पर भी फायरिंग कर दी। इस दौरान गोली लगने से चंदन गुप्ता की मौत हो गई, जबकि नौशाद घायल हो गया। पथराव में पुलिसकर्मियों समेत आधा दर्जन अन्य घायल हो गए। मौके पर पहुंचे डीएम आरपी सिंह, एसपी सुनील कुमार ङ्क्षसह, एडीजी अजय आनंद, कमिश्नर सुभाष शर्मा, आईजी डॉ. संजीव गुप्ता और एटा के एसएसपी ने हालात पर काबू पाने की कोशिश की। हालांकि, वे नाकाम रहे।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने पीडि़त परिवार को पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया है। इससे पहले शनिवार सुबह चंदन की अंत्येष्टि के दौरान सांसद राजवीर सिंह ने लोगों का आक्रोश देख फोन से सीएम योगी को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी थी। सीएम के आदेश पर दोपहर में शासन की तरफ से डीएम ने पीडि़त परिवार को पांच लाख रुपये की सहायता राशि सौंपी। कासगंज हिंसा पर शासन ने तलब की रिपोर्ट कासगंज में सांप्रदायिक हिंसा को गंभीरता से लेते हुए शासन ने रिपोर्ट तलब की है। वहीं, अब तक दो एफआईआर दर्ज करते हुए 49 आरोपी अरेस्ट किये गए हैं। प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने शनिवार को कासगंज में हुई ङ्क्षहसा और उपद्रव की जानकारी ली। साथ ही डीएम व एसएसपी कासगंज से रिपोर्ट तलब की है।