-काशी विद्यापीठ शोध प्रवेश परीक्षा के आवेदन के तीन महीने बाद भी नहीं हुआ एग्जाम

-कैंडिटेस्ट एंट्रेस एग्जाम की डेट का पता करने के लिए लगा रहे यूनिवर्सिटी का चक्कर

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ शोध प्रवेश परीक्षा का इंतजार लम्बा होता जा रहा है। इसमें शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में कैंडिडेट्स ने फॉर्म भरा है लेकिन उन्हें पता नहीं कि एग्जाम कब होगा। इसका पता लगाने के लिए

विश्वविद्यालय का चक्कर लगाकर परेशान हैं। काशी विद्यापीठ के विभिन्न विभागों में शोध की रिक्त सीटों के लिए विश्वविद्यालय की ओर से आवेदन पत्र मांगा गए थे। यूनिवर्सिटी की ओर से 18 अगस्त 2019 से 17 सितंबर 2019 तक ऑनलाइन आवेदन लिए गए। स्टूडेंट्स को उम्मीद थी कि एक-दो महीनों में एंट्रेंस एग्जाम होगा लेकिन आवेदन के तीन माह बीत चुके है बावजूद इसके विश्वविद्यालय की ओर से शोध प्रवेश परीक्षा की तिथि नहीं घोषित की जा चुकी है।

471 पद के लिए होगा एग्जाम

विद्यापीठ और सम्बद्ध कॉलेज में पीएचडी की कुल 471 रिक्त सीटों के लिए विश्विद्यालय की ओर से आवेदन लिया गया है। इसके लिए 5312 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है।

पत्रकारिता में सबसे कम सीटें

काशी विद्यापीठ में शोध प्रवेश परीक्षा में इस बार सबसे ज्यादा 48 सीटें सोशल वर्क डिपार्टमेंट में है। वहीं सबसे कम सीटें जनसंचार में है.बतादें पत्रकारिता एंव जनसंचार में मात्र 1 सीट पीएचडी के लिए रिक्त है।

टल रहा एग्जाम

काशी विद्यापीठ में रिसर्च एंट्रेंस टेस्ट में देरी की मुख्य वजह विश्वविद्यालय में होने वाले सेमेस्टर एग्जाम है। दरअसल रिसर्च एंट्रेंस नवंबर में होने वाले थे लेकिन उस समय विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह का आयोजन होन से शोध प्रवेश परीक्षा को टाल दिया गया था। इसके बाद मौजूदा समय में विश्वविद्यालय में समेस्टर एग्जाम की तैयारी चल रहीं है। ऐसे में विश्वविद्यालय ने शोध प्रवेश परीक्षा को जनवरी के अंत में कराने का निर्णय लिया है।

विश्वविद्यालय में अभी सेमेस्टर एग्जाम की तैयारियां चल रहंी है। सभी कर्मचारी सेमेस्टर एग्जाम में जुटे हुए हैं। ऐसे में शोध प्रवेश परीक्षा कराना संभव नहीं है। अब पीएचडी के प्रवेश परीक्षा का आयोजन जनवरी-2020 में किया जाएगा।

डॉ.साहब लाल मौर्य, रजिस्ट्रार,काशी विद्यापीठ

Posted By: Inextlive