- काशी विद्यापीठ के सेंटर्स पर बोलकर करायी जा रही नकल

- इनविजिलेटर्स की भूमिका मिली संदिग्ध, फ्लाइंग स्क्वॉड ने सौंपी रिपोर्ट

- दुपट्टे को नकल का जरिया बनाने वाली छात्रा हुई रेस्टीकेट

VARANASI:

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के एनुअल एग्जाम में कई सेंटर्स पर बोलकर नकल कराई जा रही है। स्टूडेंट्स के मुताबिक फ्लाइंग स्क्वॉड के पहुंचते ही कक्ष निरीक्षक मौन हो जा रहे हैं। टीम ने शनिवार को इसकी रिपोर्ट भी दी है। रिपोर्ट में दो कक्ष निरीक्षकों की भूमिका को संदिग्ध बताया गया है। वहीं एक सेंटर पर कॉपियां संदिग्ध मिली हैं। बहरहाल, विद्यापीठ एडमिनिस्ट्रेशन मामले की जांच मं जुटा हुआ है।

दुपट्टे पर लिखना पड़ा भारी

घनश्याम सिंह पीजी कॉलेज में ग्रेजुएशन की एक छात्रा दुपट्टा पर हिस्ट्री के क्वेश्चंस के आंसर लिखने के आरोप में रेस्टीकेट हुई। प्रिंसिपल डॉ। एसके सिंह ने बताया कि आंतरिक फ्लाइंग स्क्वॉड ने छात्रा को पकड़ा। कॉपी के साथ दुपट्टा भी नत्थी कर यूनिवर्सिटी को रिपोर्ट कर दिया गया है। वहीं यूनिवर्सिटी द्वारा गठित फ्लाइंग स्क्वॉड ने शनिवार को वाराणसी, चंदौली व बलिया के भ्9 सेंटर्स का इंस्पेक्शन किया।

कई सेंटर्स पर मिली गड़बड़ी

चीफ प्रॉक्टर प्रो। कल्पलता पांडेय ने बताया कि बलिया के राममनोहर लोहिया सुबेदार महाविद्यालय में कॉपियों का सीरियल नंबर संदिग्ध मिला है। वहीं फ्लाइंग स्क्वॉड ने बलिया के ही बिंदेश्वरी महाविद्यालय, शहबान मेमोरियल महाविद्यालय व जय प्रकाश महिला महाविद्यालय में कक्ष निरीक्षक के संदिग्ध होने की रिपोर्ट दी है। बिंदेश्वरी में सिटिंग प्लैन भी अव्यवस्थित पाया गया है। उन्होंने बताया कि विभिन्न सेंटर्स से चार परीक्षार्थी नकल करते हुए पकड़े गए हैं। कहा कि चीटिंग रोकने के लिए यूनिवर्सिटी कटिबद्ध है। वीसी डॉ। पृथ्वीश नाग ने भी कई सेंटर्स का इंस्पेक्शन किया।

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ख्भ् अप्रैल का एग्जाम टला

राज्य स्तरीय बीएड एंट्रेंस एग्जाम ख्भ् अप्रैल को आयोजित होना है। इसे देखते हुए महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ एडमिनिस्ट्रेशन ने ख्भ् अप्रैल को होने वाला एग्जाम स्थगित कर दिया गया है। रजिस्ट्रार ओम प्रकाश ने बताया कि अब यह एग्जाम छह मई को होगा। संशोधित टाइम टेबल यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर भी अपलोड कर दिया गया है।

Posted By: Inextlive