काशी में विश्वनाथ मंदिर से गंगा तट प्रस्तावित विश्वनाथ कॉरीडोर बेहद खूबसूरत हाेगा। गुलाबी पत्थरों से निखारेगा। पीएम नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रॉजेक्ट विश्वनाथ धाम को धरातल पर उतारने के लिए 460 करोड़ रुपये खर्च होंगे।


-विश्वनाथ कॉरीडोर में इस्तेमाल होगा चुनार का पत्थर -कॉरीडोर निर्माण के साथ गर्भगृह को संवारने की तैयारीvaranasi@inext.co.inVARANASI : सोने से दमकने वाला बाबा के धाम पर गुलाबी रंग का छटा भी होगी। श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर से गंगा तट प्रस्तावित विश्वनाथ कॉरीडोर को चुनार के पिंक पत्थरों से सजाया जाएगा। जिसका नजारा अद्भूत होगा। इसकी चमक वर्षों तक बनी रहेगी। चुनार के पत्थरों की खासियत है यह कि इसकी चमक हमेशा बरकरार रहती है। इसी खासियत की वजह से इस पत्थर से विश्वनाथ धाम को तैयार करने का निर्णय लिया गया है। खर्च होंगे 460 करोड़ -पीएम नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रॉजेक्ट विश्वनाथ धाम को धरातल पर उतारने के लिए 460 करोड़ रुपये खर्च होंगे। -कंसल्टेंसी कंपनी अहमदाबाद की एचसीपी ने काशी विश्वनाथ विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद को इसकी डीपीआर सौंप दी है।


-विश्वनाथ धाम की ड्राइंग-डिजाइन और प्रयोग में आने वाली सामग्री का भी पूरा ब्योरा दिया गया है। -पांच लाख वर्ग फीट के दायरे में बनने वाले धाम में फर्श से लेकर दीवारों तक में चुनार के पिंक पत्थरों का इस्तेमाल किया जाएगा। -भवनों के भीतरी हिस्से में मार्बल और ग्रेनाइट लगेगा।कॉरिडोर के रास्ते किए बंद

कॉरीडोर के काम में कोई परेशानी न आए, इसके लिए सभी मार्गों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। लाहौरी टोला, सरस्वती फाटक और नीलकंठ की तरफ से आवागमन रोक दिया गया। अब तक आसपास की बड़ी आबादी इन रास्तों का इस्तेमाल करती रही है। इसके चलते क्षेत्रीय लोगों को आने-जाने के लिए लंबी दूरी तय करनी होगी। उधर, दशाश्वमेध से चौक जाने वाले मुख्य मार्ग पर भी मलबे गिराए जाने से रास्ता बंद हो गया है।संरक्षित होगा गर्भगृहश्रीकाशी विश्वनाथ धाम विस्तारीकरण और सुंदरीकरण परियोजना में कॉरीडोर निर्माण के साथ ही बाबा का गर्भगृह भी संवारा जाएगा। मंदिर के एसडीएम विनोद सिंह ने बताया कि पेंट की वजह से गर्भगृह की दीवारें चप्पड़ छोड़ रही हैं और स्वर्ण शिखर जर्जर की स्थिति में हैं। कारीडोर के निर्माण के साथ गर्भगृह को संरक्षित करने की योजना है। इसकी कवायद शुरू हो चुकी है। अभी एक टीम आयी थी, जिसने गर्भगृह का निरीक्षण किया है। टीम अध्ययन कर रही है कि दीवारों पर क्या इस्तेमाल किया जाए, जिससे यह संरक्षित रहे। काशी विश्वनाथ : बाबा दुनियाभर के भक्तों को देंगे मोबाइल पर लाइव दर्शन

चुनार का पिंक पत्थर उच्च क्वालिटी का होता है। इसकी शाइनिंग हमेशा बरकरार रहती है। चप्पड़ नहीं छोड़ता, खराब नहीं होती है। इसीलिए चुनार के पत्थरों से विश्वनाथ धाम का निर्माण कराने का निर्णय लिया गया है। -विनोद सिंह, एसडीएम मंदिर

Posted By: Shweta Mishra