lucknow@inext.co.inLUCKNOW: टेरर फंडिंग मामले में एटीएस को अहम सुराग हाथ लगे हैं. पाकिस्तान कतर व नेपाल से आई रकम को कश्मीर समेत चार राज्यों के विभिन्न खातों में ट्रांसफर किया गया. इतना ही नहीं कुछ रकम नेपाल भेजे जाने के बारे में भी प्रमाण मिले हैं. हालांकि बैंकों में चल रही छुट्टी की वजह से पूरे मनी ट्रेल की जानकारी अब तक एटीएस के हाथ नहीं लग सकी है. जिन खातों में रकम भेजे जाने की पुष्टि हुई है एटीएस उन खाताधारकों की 'कुंडली' निकालने में जुट गई है.

- पुलिस कस्टडी रिमांड पूरी होने पर सभी आरोपी जेल रवाना

- बैंकों की बंदी की वजह से मनी ट्रेल तक नहीं पहुंच सकी एटीएस

- सैकड़ों खाते राडार पर, बैंकों से मांगी जाएगी डिटेल

कश्मीर भेजी गई सबसे ज्यादा रकम
टेरर फंडिंग के मामले में अरेस्ट किये गए मास्टरमाइंड उमा प्रताप समेत सभी 10 आरोपियों की पुलिस कस्टडी रिमांड रविवार को खत्म हो गई। जिसके बाद उन्हें जेल रवाना कर दिया गया। एटीएस सूत्रों के मुताबिक, रिमांड के दौरान आरोपियों ने कश्मीर, असोम, ओडिशा और तमिलनाडु के बैंक खातों में रकम ट्रांसफर करने की बात कुबूल की है। इसके अलावा कुछ रकम नेपाल भेजे जाने की भी पुष्टि हुई है। कश्मीर के तीन खातों में सबसे ज्यादा रकम ट्रांसफर की गई। इसमें एक खाते में 6.30 लाख रुपये, एक खाते में 2.50 लाख रुपये व एक खाते में 1.25 लाख रुपये आरोपियों ने पाकिस्तान में बैठे हैंडलर्स के इशारे पर भेजे।

बैंक अकाउंट्स से हाथ लगेंगे स्लीपर सेल
एटीएस सूत्रों ने बताया जिन खातों में रकम ट्रांसफर की गई वे सभी लश्कर-ए-तैय्यबा के स्लीपर सेल या फिर एक्टिव मेंबर्स हो सकते हैं। असोम, ओडिशा और तमिलनाडु के बैंक खातों में रकम ट्रांसफर होने से एटीएस की चिंता बढ़ गई है। दरअसल, यह सभी प्रदेश लश्कर या किसी अन्य आतंकी संगठनों की गतिविधियों से अब तक अछूते रहे हैं। एटीएस का मानना है कि रकम ट्रांसफर होने से साफ पता चलता है कि आतंकी संगठन इन शांत प्रदेशों में भी अपनी पैठ बनाना चाहते हैं। ऐसे में इन बैंक खातों और खाता धारकों के बारे में पूरी डिटेल जुटाकर इन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की तैयारी की जा रही है। इसके अलावा आरोपियों से पूछताछ में सैकड़ों खातों के बारे में जानकारी मिली है। लेकिन, बैंकों में चल रही बंदी के चलते इन खातों के बारे में अधिक जानकारी नहीं मिल सकी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए एटीएस का कोई भी अधिकारी इस बारे में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। उम्मीद जताई जा रही है कि बैंक खातों की डिटेल हासिल होने के बाद जल्द ही कई और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।

Posted By: Inextlive