-कस्तूरबा गांधी विद्यालय की ग‌र्ल्स ने किया नाटक का मंचन

-दस दिवसीय कार्यशाला का हुआ समापन

Meerut : कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में मुक्ताकाश नाट्य संस्था द्वारा दस दिवसीय थियेटर वर्कशॉप का समापन हो गया। अंतिम दिन बालिकाओं ने इंद्रा चौक पर परिवर्तन नामक नाटक किया। नाटक में दिखाया कि बेटी किसी भी क्षेत्र में बेटों से कम नहीं है। नाटक देखकर लोगों के आंखो में आंसू आ गए।

अधिकारों के बारे में दी जानकारी

दस दिवसीय थियेटर कार्यशाला में बालिकाओं को मौलिक अधिकार, बाल विवाह, दहेज प्रथा, अंधविश्वास, हिंसा जैसे विषयों को बालिकाओं को जागरुक किया गया। बालिकाओं को परिवर्तन, बेटी का विवाह, झाडू बाबा जैसे नाटकों का अभ्यास भी कराया गया।

परवरिश में फर्क

इंद्रा चौक पर बालिकाओं द्वारा किए गए नाटक में दिखाया कि एक परिवार कैसे बेटे और बेटी की परवरिश में फर्क करता है। वहीं पड़ोस में रहने वाला परिवार बेटी को कैसे आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करता है। इस पर वह परिवार पड़ोसी को देखकर शर्म करता है और कसम खाता है कि बेटे और बेटी की परवरिश में कोई फर्क नहीं करेगा। इस दौरान बीएसए मोहम्मद इकबाल, नुपुर चहल, डॉ। संतोषा, अजय कुमार सहित समस्त स्टॉफ मौजूद रहा।

Posted By: Inextlive