इस वेब सीरीज की कहानी एक ऐसे महाराजा की है जिसके पास एक हवेली छोड़ कर कुछ नहीं बचा। उसकी पत्नी अब इस दुनिया में नहीं है। लेकिन चार बेटियां हैं चारों बेटियां एक दूसरे से अलग हैं और सबकी अलग दुनिया है। चारों अपने पिता से नाराज होकर अपनी दुनिया में चली जाती हैं। लेकिन महाराजा भी निर्णय लेते हैं कि वे एक बार फिर से बेटियों को वापस बुलाएँगे इसके लिए वह एक चाल चलते हैं। क्या वह इसमें कामयाब होते हैं। इसी पर पूरी वेब सीरीज तैयार की गई है। पढ़ें पूरा रिव्यु

वेब सीरीज : कौन बनेगी शिखरवती
कलाकार : नसीरुद्दीन शाह, लारा दत्ता, कृतिका कामरा, सोहा अली खान, सायरस, आन्या सिंह, रघुवीर यादव
निर्देशक : अनन्या बनर्जी, गौरव के चावला
चैनल : जी 5
रेटिंग : डेढ़ स्टार

क्या है कहानी
महाराजा मृत्युंजय ने बचपन से अपनी बेटियों को आपस में ही प्रतिद्वंद्वी बना दिया है। इसलिए चारों बहने आपस में प्यार करने की बजाय, हमेशा एक दूसरे से लड़ती-भिड़ती रहती हैं। चारों अपने स्वाभाव में अलग हैं। महाराजा की कमजोरियां भी बेटियां ही हैं। वह चाहते हैं कि उनसे नाराज होकर जो बेटियां चली गई हैं, वे वापस आ जाएं, इसके लिए भी वह एक गेम तैयार करते हैं। चारों बेटियां आती हैं और उन्हें कौन बनेगी शिखरवती की वारिस, इसे लेकर सबके बीच प्रतियोगिता शुरू होती है। लेकिन क्या इस दौरान चारों बहनें एक हो पाती हैं। इमोशन और कॉमेडी से भरपूर यह सीरीज थीम के लिहाज से तो अच्छी लग रही है, लेकिन कमजोर कहानी के कारण सीरीज लुभा नहीं पाती है।

क्या है अच्छा
कहानी में कुछ कॉमेडी सीन्स मजेदार हैं।

क्या है बुरा
सभी कलाकारों का अति उत्साह में आकर अभिनय करना बोर करता है, कहानी में नयापन नहीं है। कहानी में जिस तरह का बिल्ड अप है, ऐसी कहानियां हम पहले भी देखते रहे हैं।

अदाकारी
नसीरुद्दीन शाह जैसे कलाकार के होते हुए आपको सीरीज देखने में मजा नहीं आये तो आप समझ सकते हैं कि उनका अभिनय कैसा रहा होगा, लारा दत्ता का काम भी हद से ज्यादा औसत है। कृतिका कामरा ने अपना हिस्सा अच्छे से निभाया है। सोहा अली खान ने औसत काम किया है। आन्या सिंह अब रिपीट हो रही हैं, रघुवीर यादव ने बढ़िया काम किया है।

वर्डिक्ट : निराश करती है सीरीज

Review by: अनु वर्मा

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari