- काशी विद्यापीठ के यूजी एग्जाम की मॉनीटरिंग को डीएलडब्ल्यू के राजकीय महिला कॉलेज बनाया गया कंट्रोल रूम

- ज्यादातर सेंटर्स में कैमरा तक नहीं, परीक्षा की वेबकास्टिंग पर उठ रहे सवाल

VARANASI

काशी विद्यापीठ के गे्रजुएशन एग्जाम पर नजर रखने को शासन के निर्देश पर राजकीय महिला महाविद्यालय (डीएलडब्ल्यू) में कंट्रोल रूम बना दिया गया है। यहां से पूर्वाचल के दस डिस्ट्रिक्ट में करीब 900 सेंटर्स पर होने वाली परीक्षा पर नजर रखी जाएगी। खास बात यह है कि कंट्रोल रूम खुल गया है लेकिन ज्यादातर सेंटर्स पर अब तक वायस रिकार्डरयुक्त सीसी कैमरा, डीवीआर व राउटर ही नहीं लग सका है। ऐसे में परीक्षा की वेबकास्टिंग पर सवाल है।

कैसे रखेंगे नजर

काशी विद्यापीठ के यूजी का एग्जाम 20 फरवरी से से शुरू हो रहा है। शुरूआत कम छात्रसंख्या वाले सब्जेक्ट से हो रही है। एफिलिएटेड कॉलेज में एग्जाम 25 फरवरी से शुरू होगा। बनारस में परीक्षा के लिए 157 केंद्र बनाए गए हैं। जबकि दूसरे जिलों में कुल 9 सौ सेंटर तय किये गये हैं। लेकिन अभी तक ज्यादातर सेंटर ने राउटर नहीं लगाया है। यूनिवर्सिटी क्लास रूम में सीसी टीवी कैमरा तक नहीं लगा है। राउटर के बगैर वेबकास्टिंग संभव नहीं है। हालांकि क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी ने परीक्षा से पहले सभी केंद्रों पर राउटर लग जाने का दावा किया है।

दस टीचर्स की लगी ड्यूटी

गवर्नमेंट महिला महाविद्यालय (डीएलडब्ल्यू) में ऑनलाइन कंट्रोल रूम का उद्घाटन शुक्रवार को उच्च शिक्षा निदेशक प्रो। वंदना शर्मा ने किया। कंट्रोल रूम में 20 कंप्यूटर लगाए गए हैं। ऑनलाइन मानीटरिंग के लिए 10 लेक्चरर की ड्यूटी भी लगा दी गई है। क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी कंट्रोल रूम के प्रभारी बनाए गए हैं। इस मौके पर डीएलडब्ल्यू की प्रिंसिपल प्रो। शुभ लक्ष्मी, पलहीपट्टी के प्रिंसिपल डॉ। अनीता मट्टू सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

काशी विद्यापीठ के एग्जाम के लिए करीब 157 सेंटर्स बनाए हैं। यूनिवर्सिटी से परीक्षा केंद्रों पर वायस रिकार्डरयुक्त सीसी कैमरा व राउटर के बारे में जानकारी मांगी गई है। परीक्षा से पहले सभी केंद्रों को राउटर लगवाने का निर्देश दिया गया है ताकि वेबकास्टिंग से परीक्षा की मानीटरिंग की जा सके।

डॉ। ज्ञान प्रकाश वर्मा, क्षेत्रीय उच्च शिक्षाधिकारी

Posted By: Inextlive