नगर निगम ने हिंदू पार्षदों ने किया नगर आयुक्त की बुद्धि-शुद्धि के लिए यज्ञ तो मुस्लिम पार्षदों ने मांगी दुआ

शहर की समस्याओं को भूल निगम में धरना-प्रदर्शन में मस्त हैं पार्षद

वहीं भाजपा के पार्षद नगर आयुक्त के समर्थन में आए।

बिरयानी खाने व नगर आयुक्त का पुतला फूंकने के मामले में अपर आयुक्त से मिले भाजपा नेता

Meerut। यदि आपके वार्ड में कोई समस्या है तो उसको अपने पास ही रखिए। किसी पार्षद से उस समस्या का जिक्र करने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि पार्षद इस समय धरना-प्रदर्शन में बिजी हैं।

धरने पर बैठे

गौरतलब है कि शहर के विकास के लिए जनता ने 90 पार्षदों को चुना था, लेकिन वह सभी शहर के विकास को दिशा देने की बजाए पिछले तीन दिन से धरने पर बैठे हैं। साथ ही नगर आयुक्त के कार्यालय के बाहर गद्दे बिछाकर नारेबाजी कर रहे हैं।

विकास अटका

पार्षदों के धरने के कारण शहर का विकास अटक गया है। क्योंकि अभी तक नगर निगम में एक भी बोर्ड बैठक नहीं हुई है। तीन दिन पहले कार्यकारिणी उपाध्यक्ष का चुनाव व शहर के विकास के लिए पुनरीक्षित बजट पर चर्चा होनी थी, लेकिन बजट में कमी होने के कारण चुनाव व पुनरीक्षित बजट की बैठक को स्थागित कर दिया गया। जिसको मुद्दा बनाकर भाजपा के अलावा सभी पार्षद अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं।

यज्ञ किया व दुआ मांगी

नगर निगम में सर्वदलीय पार्षदों का धरना शनिवार को भी जारी रहा। शनिवार को हिंदू पार्षदों ने नगर आयुक्त की बुद्धि-शुद्धि के लिए यज्ञ किया, जबकि मुस्लिम पार्षदों ने दुआ मांगी। उन्होंने साफ कहा कि यदि नगर आयुक्त पार्षदों के बीच आकर बैठक को स्थागित करने और विकास कराने की बात नहीं कहेंगे तब तक धरना समाप्त नहीं होगा। बसपा, कांग्रेस, सपा व अन्य निर्दलीय पार्षद जहां नगर आयुक्त के खिलाफ धरने पर बैठे हैं। वहीं भाजपा के पार्षद शनिवार को नगर आयुक्त के पक्ष में खुलकर सामने आ गए। नगर आयुक्त के कैंप ऑफिस पहुंचे भाजपा पार्षदों ने महापौर के खिलाफ नारेबाजी की। बोर्ड बैठक को स्थागित करने की सही ठहराते हुए नगर आयुक्त के पक्ष में रहने की बात कही।

एडिशनल कमिश्नर से शिकायत

नगर निगम में नगर आयुक्त के खिलाफ पार्षदों व पूर्व पार्षदों के धरना-प्रदर्शन के दौरान चिकन बिरयानी की दावत का मामला गरमाता जा रहा है। इस प्रकरण को लेकर भाजपा पदाधिकारियों ने भी विरोध जताना शुरू कर दिया है। शनिवार को भाजपा महानगर अध्यक्ष करूणेश नंदन गर्ग ने समर्थकों के साथ एडिशनल कमिश्नर आरएन धामा से शिकायत की। उन्होंने कहा निगम के इतिहास में पहली बार चिकन बिरयानी की दावत हुई है। महापौर सुनीता वर्मा और उनके पति योगेश वर्मा ने हिंदू समाज की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। इसको लेकर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

नौचंदी मेले को आपत्ति

वहीं भाजपा नेताओं ने नौचंदी समिति पर भी आपत्ति दर्ज कराई है। उन्होंने कहाकि महापौर ने एक तरफा समिति की घोषणा की है, जबकि भाजपा पार्षदों का पूर्ण बहुमत होते हुए भी मात्र एक ही पार्षद समिति में रखा है। लिहाजा, दोनों मामलों में कार्रवाई की मांग की है।

Posted By: Inextlive