चाय की दुकान चलाने वाला आज बना प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष
अखबार भी बेचा करते थे
केशव कौशांबी के सिराथू के कसया गांव के रहने वाले हैं। उनके पिता श्याम लाल वहां चाय की दुकान चलाते थे। केशव प्रसाद मौर्य की शिक्षा-दीक्षा भी वहीं हुई। बचपन में केशव पिता की दुकान चलाने में मदद करते थे और अखबार भी बेचते थे। आज उनके व उनकी पत्नी के पास करोड़ों की संपत्ति है। लोकसभा चुनाव के दौरान नामांकन के समय दिए गए हलफनामे के अनुसार आज केशव दंपती पेट्रोल पंप, एग्रो ट्रेडिंग कंपनी, कामधेनु लाजिस्टिक आदि के मालिक हैं। साथ ही जीवनज्योति अस्पताल में दोनों पार्टनर हैं। सामाजिक कार्यो के लिए कामधेनु चेरीटेबल सोसायटी भी बना रखी है।
भाजपा को दिलाई थी पहली जीत
विहिप से जुड़े केशव 18 वर्ष तक गंगापार और यमुनापार में प्रचारक रहे। 2002 में शहर पश्चिमी विधानसभा सीट से उन्होंने भाजपा प्रत्याशी के रूप में राजनीतिक सफर शुरू किया। उन्हें बसपा प्रत्याशी राजू पाल ने हराया था। इसके बाद वर्ष 2007 के चुनाव में भी उन्होंने इसी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा। इस बार भी उन्हें जीत तो नहीं हासिल हुई पर 2012 के चुनाव में उन्हें सिराथू विधानसभा सीट से भारी जीत मिली। यह सीट पहली बार भाजपा के खाते में आई थी। दो वर्ष तक विधायक रहने वाले केशव ने फूलपुर सीट पर भी पहली बार भाजपा का झंडा फहराया। मोदी लहर में इस सीट पर पांच लाख 3564 वोट हासिल कर उन्होंने एक इतिहास बना दिया था। वैसे उनके खिलाफ हत्या सहित 11 अपराधिक मुकदमे भी दर्ज है।