-केजीएमयू रेजीडेंट्स डॉक्टर्स की मांग पर सीएम का भरोसा, आदेश जल्द

LUCKNOW(26 Dec):

नोटबंदी के कारण ट्रॉमा सेंटर मे मरीजों को हो रही दिक्कतों को देखते हुए सीएम अखिलेश यादव ने भर्ती शुल्क खत्म करने का भरोसा दिया है.सोमवार को केजीएमयू के रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के दौरान सीएम ने यह निर्देश दिए हैं।

दो माह से दिक्कत

केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर पिछले लगभग दो माह से दवाओं और भर्ती को लेकर समस्या चल रही है। रेजीडेंट डॉक्टर्स ने इसको लेकर कई बार प्रशासन से दवाएं उपलब्ध कराने को लेकर गुहार लगाई। लेकिन समस्या जस की तस है। यही नहीं जीवनरक्षक दवाओं और अन्य सर्जिकल एक्विपमेंट्स की सप्लाई में संकट है। गरीब मरीजों को अक्सर रेजीडेंट डॉक्टर खुद चंदा एकत्र कर सहायता उपलब्ध करा रहे हैं। लेकिन समस्याओं के चलते रेजीडेंट्स के प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को सीएम अखिलेश यादव से मुलाकात की।

फ्री दवाएं होंगी उपलब्ध

रेजीडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के प्रेसीडेंट डॉ। शशांक मिश्रा, वाइस प्रेसीडेंट डॉ। गनेश यादव, डॉ। अनिल गंगवार, जनरल सेक्रेटरी डॉ। सुनील नायक, डॉ। आरपी सिंह, डॉ। मेघा, डॉ। सुमन सहित दर्जनभर डॉक्टर्स के प्रतिनिधिमंडल ने सीएम से वार्ता की। रेजीडेंट डॉक्टर्स ने कहा कि गरीब मरीजों को दवाएं नही मिल पा रही है। इस पर सीएम ने तुरंत लिस्ट मांग ली। रेजीडेंट डॉक्टर्स ने लिस्ट सीएम को सौंप दी। यही नहीं रेजीडेंट्स ने सीएम से नोटबंदी के इफेक्ट के कारण भर्ती में हो रही दिक्कतों को लेकर भर्ती शुल्क माफ करने की मांग की। जिस पर सीएम ने तुरंत ही अधिकारियों को भर्ती शुल्क न लिए जाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के कारण मरीजों को परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी। जब तक नोटबंदी रहेगी कोई भर्ती शुल्क न लिए जाने का भरोसा दिया।

रोज क्भ्0 से अधिक मरीज भर्ती

फ्80 बेड वाले केजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर क् में रोजाना क्भ्0 से अधिक मरीज अति गंभीर हालत में भर्ती किए जाते हैं। यही नहीं हर समय यहां पर ब्00 से अधिक मरीज भर्ती भी रहते हैं। ख्0 से भ्0 मरीज तक हर समय स्ट्रेचर पर ही भर्ती करने पड़ते हैं। कई बार मरीजों के पास भर्ती का परचा बनवाने के लिए भी रुपए नहीं होते।

जबकि ट्रॉमा में भर्ती होने के लिए फ्भ्0 रुपए भर्ती शुल्क, भ्0 रुपए रजिस्ट्रेशन शुल्क व एक रुपए का पर्चा और भ्0 रुपए रिस्ट बैंड का चार्ज लगता है। यानी एक मरीज के भर्ती होने के लिए कुल ब्भ्क् रुपए लगते हैं। जब तक ये जमा न हुआ मरीज का इलाज शुरू नहीं हो सकता। जबकि पहले यह चार्ज बहुत कम था और कुछ माह पहले ही केजीएमयू प्रशासन ने इसे बढ़ाया था। इसी को फिलहाल खत्म करने का आश्वासन सीएम अखिलेश यादव ने दिया है।

यह भी रखी मांगे

रेजीडेंट डॉक्टर्स ने केजीएमयू सहित सभी राजकीय मेडिकल कॉलेजों के रेजीडेंट डॉक्टर्स की सैलरी एसजीपीजीआई के बराबर करने, सातवां वेतन आयोग का लाभ देने, , एग्जाम फीस में बढ़ा हुआ शुल्क वापस लिए जाने की मांग भी रखी। जिस पर सीएम ने मरीजों की दवाओं के लिए अधिक बजट देने सहित अन्य मांगों को भी पूरा करने को कहा है।

कोट--फोटो

मरीजों व रेजीडेंट्स डॉक्टर्स की समस्याओ के बारे में काफी सकारात्मक वार्ता हुई है। सीएम ने नोटबंदी की दिक्कतों के कारण ट्रॉमा में मरीजों का भर्ती शुल्क माफ करने का आश्वासन दिया है और दवाएं भी उपलब्ध कराने को कहा है।

डॉ। शशांक मिश्रा, प्रेसीडेंट, आरडीए-केजीएमयू

हम हर संभव मरीजों को जीवनरक्षक दवाएं उपलब्ध रहे हैं। जो भी दवाएं सप्लाई में आती हैं वे मरीजों को उपलब्ध कराई जाती हैं।

डॉ। हैदर अब्बास, इंचार्ज, ट्रॉमा क्

Posted By: Inextlive