- पेपर लीक होने के खुलासे के बाद केजीएमयू प्रशासन ने उठाया कदम

- केजीएमयू एग्जाम कोआर्डिनेटर ने वीसी को सौंपी जांच रिपोर्ट

LUCKNOW : केजीएमयू में डेंटल फैकल्टी की ओरल पैथोलॉजी और माइक्रोबायोलॉजी के सीनियर रेजिडेंट पद का 21 जुलाई को हुआ एग्जाम कैंसिल हो गया है। एक फैकल्टी मैंबर ने वीसी से पेपर लीक होने की शिकायत की थी, जिसके बाद वीसी ने यह डिसीजन लिया है। साथ ही इसकी जांच के लिए मेडिकल फैकल्टी के डीन डॉ। विनीत दास के नेतृत्व में जांच टीम बनाई गई है। जिसमें डीएसडब्ल्यू जीपी सिंह, सीएमएस प्रो। एसएन शंखवार और आईटी सेल प्रभारी डॉ। संदीप भट्टाचार्या भी शामिल हैं।

नौ ने दिया था एग्जाम

ओरल पैथोलॉजी और माइक्रोबायोलॉजी के तीन पदों के लिए कुल 9 कैंडीडेट्स एग्जाम में शामिल हुए थे। पेपर बनाने की जिम्मेदारी एक महिला टीचर की थी। आरोप है कि एग्जाम से पहले फैकल्टी के एक सीनियर टीचर ने वाट्सएप पर पेपर मांगा था। इस पूरे मामले के बाद ओरल पैथोलॉजी और माइक्रोबायोलॉजी के हेड ने वीसी से पेपर लीक होने की शिकायत कर जांच की मांग की थी। वीसी प्रो। एमएलबी भट्ट का कहना है कि प्रकरण विचाराधीन है लेकिन इस तरह के मामले में चिकित्सा शिक्षा के मानदंडों की गुणवत्ता से समझौता नहीं किया जा सकता, इसीलिए एग्जाम कैंसिल किया है। जांच समिति की रिपोर्ट में अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई भी होगी।

पहली बार हुआ एग्जाम

दंत संकाय में अभी तक सीनियर रेजिडेंट की भर्ती के लिए इंटरव्यू होता था। एग्जाम के आधार पर सीनियर रेजिडेंट की भर्ती होनी थी। 21 जुलाई को कलाम सेंटर में एग्जाम हुआ था। इसमें ओरल पैथोलॉजी का एग्जाम कैंसिल कर दिया गया। इस विभाग में सीनियर रेजिडेंट के तीन पद हैं।

ये है आशंका

डॉ। सुधीर के मुताबिक जांच कमेटी ने डेंटल के एक डॉक्टर पर प्रश्नपत्र में पूछे गए सवालों को दूसरे छात्रों से साझा करने की आशंका व्यक्त की है।

दामाद ने दिया था एग्जाम

जिन सीनियर प्रोफेसर पर पेपर लीक करने का आरोप लग रहा है। दरअसल उनके दामाद ने भी इस बार एग्जाम दिया था। उन्होंने वाट्सएप पर पेपर भी मांगा था। एग्जाम के दिन एक दो कैंडीडेट से मोबाइल लेने पर हंगामा भी हुआ था। जब फैकल्टी ने खोजबीन में सामने आया कि कैंडीडेट के पास पहले से वाट्सएप पर पेपर मौजूद है। कार्यपरिषद ने इस बार डेटल समेत पूरे यूनिवर्सिटी में सीनियर रेजिडेंट की भर्ती के लिए रिर्टन एग्जाम के आधार पर कर दी। ताकि कोई धांधली न हो सके और पहले ही साल यह फर्जीवाड़ा सामने आ गया।

Posted By: Inextlive