-आईजी से मिले बिथरी चैनपुर विधायक पप्पू भरतौल

-आईजी ने एसएसपी, एसपी सिटी के साथ की मीटिंग

BAREILLY: खजुरिया से कलारी और चंदपुर के ताजिये निकलने का विरोध खुलकर शुरू हो गया है। बिथरी चैनपुर विधायक पप्पू भरतौल ने दो टूक कह दिया है कि खजुरिया से ताजिये नहीं निकलने दिए जाएंगे। उनका कहना है कि खजुरिया से कभी ताजिए निकले ही नहीं हैं। पप्पू भरतौल एडीजी जोन और डीएम से मिलने के बाद थर्सडे को आईजी रेंज से भी उनके ऑफिस में जाकर मिले। हालांकि यहां भी उन्होंने इशारे में ही अपना विरोध जता दिया। किसी भी तरह का विवाद न हो, इसके चलते आईजी ने एसएसपी, एसपी सिटी और सीओ सिटी थर्ड के साथ मीटिंग की। थर्सडे रात को एसपी सिटी व अन्य अधिकारियों ने कलारी और चंदपुर के लोगों से रात में वार्ता की ताकि कोई हल निकल सके। वहीं विवाद न हो, इसके लिए फोर्स के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। डीजीपी ने एडीजी को बरेली और आईजी को बदायूं में कमान संभालने के निर्देश जारी किए हैं।

कांवड़ यात्रा से बना है तनाव

बता दें कि खजुरिया में कांवड़ यात्रा से ही दो पक्षों में तनाव बना हुआ है। यहां पर तीसरे सोमवार को कांवडि़यों को उमरिया सैदपुर से नहीं निकलने दिया गया था। काफी देर के विवाद के बाद कांवडि़ये धरने पर बैठकर दूसरे रास्ते से चले गए थे। जिसके बाद विधायक पप्पू भरतौल खुलकर सामने आ गए थे। उन्होंने गांव में जाकर साफ कह दिया गया था कि आखिरी सोमवार को कांवड़ यात्रा निकाली जाएगी। जिसके चलते भारी फोर्स तैनात की गई थी। यहां तक कि विधायक को ऑफिस में नजरबंद कर दिया गया था। उमरिया के रास्ते पहले कांवड़ निकालने का प्रयास भी हुआ था लेकिन उमरिया के लोगों के विरोध और हथियार लेकर सामने आने से कांवड़ यात्रा नहीं निकल सकी थी। कांवडि़यों ने तीन दिन तक धरना दिया था। विश्व हिंदू परिषद के लोग भी धरने पर बैठे थे। जिसके बाद साफ कह दिया गया था कि कांवड़ यात्रा नहीं निकली तो ताजिये के भी जुलूस नहीं निकलने ि1दए जाएंगे।

मोहर्रम शुरू होते ही बढ़ी टेंशन

जैसे ही मोहर्रम की शुरुआत हुई तो एक बार फिर से खजुरिया को लेकर टेंशन बढ़ने लगी। विधायक पप्पू भरतौल पहले खुलकर सामने नहीं आए लेकिन गांव वालों ने अंदर-अंदर विरोध की तैयारी कर ली थी। खुफिया रिपोर्ट मिलने के बाद एडीएम सिटी, एडीएम ई और एसपी सिटी ने 5 गांवों की पंचायत बुलाई लेकिन इसमें खजुरिया, सिमरा समेत अन्य गांव के लोग नहीं आए थे। पता चला कि विधायक ने मना कर दिया है। जिसके बाद एडीजी और डीएम से विधायक ने मुलाकात की, ताकि कोई हल निकल सके लेकिन बात नहीं बन सकी। विधायक ने अब साफ कह दिया है कि ताजिए नहीं निकलने दिए जाएंगे। ऐसे में अब पुलिस-प्रशासन किसी तरह विवाद सुलझाने में लग गया है।

Posted By: Inextlive