- देवभूमि द्रोणाचार्य अवार्ड रेनू कोहली, हंसा मनराल शर्मा को दिया जाएगा लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड

- हाईपॉवर कमेटी ने सैटरडे लेट नाइट इन सभी नामों पर लगाई मुहर

- 9 नवंबर को राज्य स्थापना दिवस पर सीएम हरीश रावत करेंगे सम्मानित

DEHRADUN: ख्0क्भ् का देवभूमि खेल रत्न अवार्ड महान फुटबॉलर स्वर्गीय राम बहाुदर क्षेत्री को दिया जाएगा। इसके अलावा लाइफ-टाइम अचीवमेंट अवार्ड एथलीट और वेटलिफ्टर हंसा मनराल शर्मा और देवभूमि द्रोणाचार्य अवार्ड एथलेटिक्स प्रशिक्षक रेनू कोहली को दिया जाएगा। 9 नवंबर को राज्य स्थापना दिवस के दिन इन खेल पुरस्कारों का वितरण किया जाएगा।

खेल रत्न के लिए मिले थे ब्9 एप्लीकेशंस

खेल रत्न के लिए करीब ब्9 खिलाडि़यों के आवेदन खेल विभाग को मिले थे, जबकि द्रोणाचार्य अवार्ड के लिए क्7 आवेदन दिए गए थे। खेलमंत्री दिनेश अग्रवाल की अध्यक्षता में गठित हाईपावर कमेटी ने सैटरडे लेट नाइट इन सभी आवेदनों पर विचार-विमर्श कर अवार्ड देने के लिए नाम फाइनल किए।

राम बहादुर क्षेत्री-

स्वर्गीय रामबहादुर क्षेत्री का जन्म क्भ् फरवरी, क्9फ्म् में जबकि उनकी मृत्यु ब् दिसंबर, ख्000 में हुई थी। क्षेत्री देहरादून में पंडितवाड़ी प्रेमनगर के निवासी हैं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा केवी एफआरआई से हुई। शुरुआत से ही राम बहादुर क्षेत्री को फुटबॉल में इंट्रेस्ट था। उन्होंने क्9भ्ब् से भ्म् तक यूपी की संतोष ट्रॉफी टीम का प्रतिनिधित्व किया। क्9भ्7 से म्7 तक कोलकाता के ईस्ट बंगाल फुटबाल क्लब के लिए खेला, इसके बाद उन्होंने क्9भ्8 से क्9म्ब् तक भारतीय फुटबाल टीम का प्रतिनिधित्व किया.क्9म्0 में रोम ओलंपिक के लिए क्वालिफाइ करने वाली देश की टीम का हिस्सा रहे। क्9म्ख् में एशियन गेम्स जकार्ता में गोल्ड मेडल जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा भी रहे। क्9म्ब् के बाद ओएनजीसी देहरादून फुटबाल टीम के कोच रहे, जबकि घरेलू फुटबाल गढ़वाल स्पोर्टिग फुटबाल क्लब के लिए खेला। ख्000 में क्षेत्री को ईस्ट बंगाल ने सम्मानित किया था।

हंसा मनराल शर्मा-

मूल रूप से पिथौरागढ़ की निवासी हंसा मनराल शर्मा का घर वर्तमान में देहरादून के आईटी पार्क में है, जबकि उनकी पोस्टिंग सांई सेंटर काशीपुर में बतौर वेट लिफ्टिंग कोच के रूप में हैं। अपने स्पो‌र्ट्स करियर की शुरुआत क्97भ् से एथलेटिक्स में की। क्98म् तक एथलेटिक्स में ही उन्होंने प्रतिभाग किया। एथलेटिक्स में हंसा मनराल ने जेवलिन थ्रो, डिसकस थ्रो और शॉटपुट में नेशनल लेवल पर कई मेडल जीते। इसके बाद घुटने में प्रॉब्लम होने के कारण हंसा ने वेटलिफ्टिंग को चुना। क्987 में उन्होंने वेटलिफ्टिंग में डिप्लोमा पास किया। यह उपलब्धि हासिल करने वाली वह विश्व की पहली महिला थी। 89 में इंडिया कैंप ज्वाइन करने के बाद हंसा ने नेशनल टीम में अपना स्थान बना लिया.क्980 में एफसीआई ज्वाइन करने के बाद क्99क् तक एफसीआई की जॉब की। इसके बाद 7 मई क्99क् में उन्होंने सांई सेंटर ज्वाइन कर लिया। हंसा ने क्998 में हंगेरियन यूनिवर्सिटी ऑफ फिजिकल ऐजुकेशन में डिप्लोमा पास किया। हंसा ने इंडिया की ओर से कई इंटरनेशनल प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग किया है।

रेनू कोहली

रेनू कोहली देहरादून के चुक्खुवाला की रहने वाली है। एथलेटिक्स में रेनू ने नेशनल लेवल पर कई मेडल जीते हैं। वर्तमान में वह साई सेंटर दिल्ली में एथलेटिक्स कोच हैं। रेनू कोहली की कोचिंग में सुनीता रानी ने सिडनी ओलंपिक वर्ष ख्00ख् और व‌र्ल्ड चैंपियनशिप क्999 में प्रतिभाग किया, साथ ही क्998 में बैंकॉक में आयोजित एशियन गेम्स में सिल्वर व ब्रॉन्ज मेडल, ख्00ख् में बुशान में आयोजित एशियन गेम्स में गोल्ड और ब्रॉन्ज मेडल जीता।

Posted By: Inextlive