जुलाई में छह नाबालिग सहित सात का हो चुका है अपहरण

अब तक किसी का भी पता नहीं लगा सकी है पुलिस

ALLAHABAD: अपहृत प्रापर्टी डीलर की हत्या की खबर से शहर के उन सात परिवारों में भी सनसनी फैल गई है, जिनके अपहृत बच्चों का आज तक पता नहीं चल का है। अनहोनी की आशंका से इनके परिजन कांप गए हैं। जुलाई माह में अपहृत किए गए छह टीनएजर्स के साथ ही एक युवती को खोज पाने में पुलिस आज तक नाकाम है। इसमें पांच लड़कियां और दो लड़के शामिल हैं। अपहृत सातों लोगों में सिर्फ एक रीता सोनी बालिग थी, बाकी सभी नाबालिग। पुलिस ने सभी मामले दर्ज जरूर किए हैं, लेकिन बरामदगी के नाम पर परिजनों को सिर्फ आश्वासन की घुट्टी पिला रही है।

बढ़ गई हैं धड़कनें

अपहृत बच्चों के अभिभावकों की धड़कनें अनहोनी की आशंका में बढ़ गई हैं। अभिभावकों की मानें तो यदि पुलिस ने घटना के समय तेजी दिखाई होती तो हो सकता था कि अपहर्ता पकड़े जाते और उनके बच्चे बरामद हो जाते। लेकिन पुलिस की लापरवाही से ऐसा नहीं हो सका।

मासूम बबिता भी बनी थी शिकार

अपहरण के बाद हत्या का एक मामला तीन जून को भी प्रकाश में आ चुका है। मऊआइमा के सिकरिया छाता गांव के रहने वाले कृष्ण कुमार की सात वर्षीय बेटी बबिता की अपहरण के बाद बदमाशों ने हत्या कर दी थी। पुलिस इन बदमाशों का अब तक सुराग नहीं लगा सकी है।

जुलाई माह में अपहरण की वारदातें

2 जुलाई

सोरांव की रहने वाली प्रीति बिंद घर से निकली और गायब हो गई।

3 जुलाई

धूमनगंज की पूनम घर में बोल कर निकली थी कि मोहल्ले में सहेली के यहां जा रही है और वापस नहीं लौट सकी।

8 जुलाई

धूमनगंज की गुंजन पाल घर के बाहर से ही हो गई थी लापता। परिजनों केस दर्ज कराया, पुलिस शांत बैठी रही।

9 जुलाई

धूमनगंज की कौशल्या भी घर के समीप से ही लापता हो गई।

14 जुलाई

धूमनगंज का मोहित सैनिक कालोनी से गायब हो गया था।

13 जुलाई

कालिंदीपुरम का विजय घर के बाहर से गायब हुआ तो अब तक उसका कोई पता नहीं चला।

17 जुलाई

जार्ज टाउन की रीता सोनी जगत तारन इलाके से अचानक गायब हुई और उसका कोई पता नहीं चला।

Posted By: Inextlive