आगरा: मैं तो खेल्लऊ वो मेरे कंकर लेकें भाज रही तो मैंने फेंकिकी एक कंकर मादऊ बातें गुडिय़ा की आंख में लगई. घरे कोई हतोऊ नांए पुलिस वारे नें बाबू और मम्मी को पकरि कै ले गई. बाल दिवस के दिन स्कूल जाने की जगह बच्चा अपने मां-बाप को पुलिस कार्रवाई से बचाने के लिए मासूम भोला सीओ हरीपर्वत के यहां कुछ इसी तरह से गुहार लगा रहा था. बच्चों के झगड़े में कुछ लोगों ने थाना सिकंदरा में लड़के के मां-बाप के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करा दिया.


मार दिया था कंकड़थाना सिकंदरा के ककरैठा में भोला 6 साल पुत्र राजपाल और पड़ोसी सतराम की बेटी खेल रही थीं। खेल-खेल में भोला ने लड़की को कंकड़ मार दिया, इससे लड़की की आंख में चोट लग गई। जब ये बात बच्ची के घरवालों को पता चली तो उसके पिता संतराम ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने जाने लगा।  समझौते के बाद भी कार्रवाई कीलोगों ने संतराम को समझाया कि बच्चों की लड़ाई को थाने-चौकी लेकर क्यों जा रहा है। घर की बात है घर में बैठकर निबटा लेते हैैंं। संतराम के कहने पर इलाके के सीनियर लोगों ने बच्ची के इलाज के लिए चार हजार रुपए दिलवा दिए। दोनों पक्षों में बैठकर बातचीत हो गई। उसके बाद भी संतराम ने कार्रवाई के लिए थाने में तहरीर दे दी। एससी-एसटी में मुकदमा दर्ज
सिकंदरा पुलिस ने पूरे मामले की बिना जांच-पड़ताल किए बच्चोंं की लड़ाई को बड़ा बना दिया। बच्चे के पिता राजपाल और उसकी मां के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज करा दिया। पुलिस पिछले 12 दिनों से भोला और उसके मां-बाप को परेशान कर रही है। बच्चे को समझ रहे क्रिमिनल


मासूम भोला को पुलिस किसी भी समय पूछताछ के लिए थाने बुला लेती है। उसके पिता राजपाल फैक्ट्री में गार्ड है। घटना वाले दिन भी वह ड्यूटी पर था। मां मार्केट गई हुई थी। चूंकि बच्चे के बयान को आधार मानकर पुलिस ने मां-बाप पर मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस बच्चे से तो सख्ती से पेश नहीं आती, लेकिन जब पुलिस उसके मां-बाप से कड़ाई से पूछताछ करती है  तो वह डर के मारे सहम जाता है।सीओ भी रह गए हैरान रोज-रोज की पूछताछ से परेशान फैमिली ने इलाके के एक समाजसेवी अनूप यादव के यहां शरण ली। जानकारी के लिए बता दें कि एससी-एसटी एक्ट लगने पर राजपत्रित अधिकारी ही जांच कर सकता है। इसलिए भोला के बयान सीओ हरीपर्वत के यहां होने थे। सीओ भी केवल नाम सुनकर भोला को अपराधी समझ रहे थे। जब  उन्होंने भोला को आमने-सामने देखा तो हैरान रह गए। वहीं भोला सीओ हरीपर्वत को देखकर डरा हुआ था। लेकिन पुलिस सवाल धीमे से पूछ रही थी।पुलिस को देखकर भाग उठता है मासूम

पिता राज पाल ने बताया कि आज स्कूल में बाल दिवस का आयोजन था। हमने कहा कि बेटा स्कूल चले जाओ। लेकिन उसे पुलिस का इतना खौफ था कि कहने लगा कि पापा पुलिस पकड़ ले जाएगी। मैं नहीं जाउंगा स्कूल, मुझे वहां बड़ी पुलिस के पास ले चलो। घर पर कई बार थाने से एक दीवान जी पूछताछ को आ चुके हैं। उन्हें देखकर तो वह डर कर भाग जाता है। वैसे लोग कह रहे हैं कि पुलिस को बच्चे के सामने कड़ाई से पूछताछ नहींकरनी चाहिए।समीर सौरभ, सीओ हरीपर्वतहम भी हैरान रह गए कि एक छह साल का बच्चा एससी-एसटी एक्ट के मामले में बयान देने आया है। बच्चों की लड़ाई में दूसरे पक्ष ने एससी-एसटी का मुकदमा दर्ज करा दिया है। जांच के बाद सही डिसीजन लिया जाएगा।

Posted By: Inextlive