आंखोंदेखी

-डबल मर्डर से सनसनी, शहर के व्यस्त हापुड़ रोड में हुई वारदात से लोगों में आक्रोश

-मृतक मदद को चीखते रहे वो हत्याकांड को अंजाम देकर बेखौफ निकल गए

Meerut: शमरीन को घर में पाकर उसके भाईयों का जैसे खून खौल गया। आंखों में खून सवार था, खुलेआम हाथों में चाकू-छुरी लेकर अशरफ की तलाश में निकले। सब्बू की मौत का मंजर जिसने देखा उसकी की रूह कांप उठी, किंतु मदद को कोई आगे नहीं आया। वे चाकू से ताबड़तोड़ वार कर रहे थे तो सब्बू का घायल बुजुर्ग बाप यासीन लोगों ने दौड़-दौड़कर बेटे की जान की गुहार लगा रहे थे। बुजुर्ग आंखों के सामने वो 10 मिनट का मंजर नहीं हटा रहा था। जल्लादों ने बेटे और नाती को चाकू से काट डाला और वो कुछ नहीं कर पाए। चाय की दुकान पर भीड़ थी, कोई मदद को आगे नहीं आया। किसी भी हत्यारोपियों से भिड़ने की हिम्मत नहीं जुटाई। जीने से नीचे उतरकर आई महिलाओं पर भी आरोपियों ने हमला किया। महिला समेत वे संख्या में 7 थे।

कहां जाए आवाम?

घटनास्थल को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि मेरठ में क्रमिनल के हौसले किस कदर बुलंद है। लोगों का कहना था कि शहर के सबसे व्यस्त चौराहे से महज 10 कदम की दूरी पर अपराधियों ने बेखौफ चाकू से वार कर दो लोगों को मौत के घाट उतार दिया तो आतिफ ने भागकर जान बचाई। दिनदहाड़े-सरेबाजार हुए हत्याकांड के बाद सवाल है कि आखिर आवाम जाए तो कहां जाए? आखिर कहां पुलिस उसे सुरक्षा दे सकती है? लोगों का गुस्सा यूं नहीं था। हत्याकांड के बाद पुलिस के साथ-साथ मजमा भी जुट गया जबकि जरा सा हौसला लोगों ने दिखाया होता तो सब्बू और चांद की जान बच सकती थी। जानकारी पर सपा नेता रफीक अंसारी समेत कई नेता मौके पर पहुंच गए।

सबको थी जानकारी

मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि अशरफ और शमरीन के किस्से सभी को मालूम थे। इस घटना से पहले भी दोनों परिवारों में कई बार नोंकझोंक हुई थी। लोग अशरफ की पत्‍‌नी शबाना की मौत को संदिग्ध मान रहे हैं। भाईयों ने कई बार शमरीन को टोका था कि वे अशरफ से दूरी बनाकर रखें। शमरीन की बहन शबनम और जीजा नईम ने भी मसले को हल करने की कोशिश की थी। हत्याकांड के बाद लोगों ने पुलिस के खिलाफ जमकर विरोध किया तो वहीं देर रात्रि क्षेत्र में तनावपूर्ण खामोशी पसरी रही।

तलाश में दबिश

हत्यारोपियों की तलाश में थाना लिसाड़ी पुलिस के साथ कई थानों की पुलिस रात भर दबिश देती रही। एसओ रवेंद्र सिंह यादव ने बताया कि जल्द हत्यारोपियों को पकड़ लिया जाएगा। गिरफ्तार आरोपी साकिब की निशानदेही पर आरोपियों की पड़ताल की जा रही है। सीओ कोतवाली रणविजय सिंह ने बताया कि हत्यारोपियों की पहचान हो गई है। महिला समेत सात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

इन धाराओं में हुआ मुकदमा

किदवई नगर निवासी हत्यारोपी सरफराज, सरताज, शादाब, शाकिब, शाहवेज पुत्रगण मैराजुद्दीन, शबनम और नईम सात हत्यारोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302, 147, 148, 149, 34, 452, 504, 506 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।

Posted By: Inextlive