- बोनस बढ़ाने की मांग को लेकर किया धरना-प्रदर्शन

Rohta : किनौनी शुगर मिल परिसर में मंगलवार को मिल के कर्मचारियों ने बोनस बढ़ाने की मांग को लेकर हंगामा कर धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने मिल प्रबंधन से वार्ता की। लेकिन वार्ता विफल होने पर देर शाम सभी कर्मचारियों ने मिल का मरम्मत कार्य ठप करते हुए अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया।

असमानता का आरोप

किनौनी मिल में कर्मचारियों ने मंगलवार को मिल पर शोषण करने का आरोप लगाते हुए कहा कि महंगाई के इस दौर में मिल कर्मचारियों को मिल की ओर से कम वेतनमान दिया जा रहा है। दूसरी ओर जो बोनस दिया जाता है, मिल प्रबंधन द्वारा कर्मचारियों के साथ उसमें भी असमानता बरती जा रही है। आरोप है कि बजाज ग्रुप के गोला व बलिया में स्थित शुगर यूनिटों में कर्मचारियों को बीस प्रतिशत बोनस अतिरिक्त दिया जाता है। जबकि किनौनी मिल प्रबंध तंत्र की ओर से तैनात कर्मचारियों को मात्र साढ़े आठ प्रतिशत बोनस ही दिया जा रहा है, जो न्यायोचित नहीं है।

नियमानुसार दिया जा रहा बोनस

कर्मचारियों का एक प्रतिनिधिमंडल 31 अक्टूबर को एचआर प्रबंधक आशीष गुप्ता से मिलाकर उनके साथ बोनस देने में हो रही असमानता को दूर करने की मांग की थी, जिसमें एचआर प्रबंधक ने उन्हें प्रबंध तंत्र से वार्ता कर तीन नवंबर तक का समय दिया था। मंगलवार को मिल कर्मचारियों ने अपनी मांग पूरी न होते देख मिल में कार्य बहिष्कार करते हुए मरम्मत कार्य ठप करा दिया। इस मौके पर धर्मवीर, सुधीर, श्याम सिंह, शिवेंद्र, नरेश, सुरेंद्र,राजपाल, जयवीर, वैभव, वेदपाल, मनोज, प्रेमपाल गिरि आदि कर्मचारी मौजूद रहे। वहीं मिल एचआर प्रबंधक आशीष गुप्ता का कहना है। केंद्र द्वारा निर्धारित कंपनी अधिनियम शुगर एक्ट 1965 के तहत कंपनी को मिलने वाले लाभांश का प्रतिशत के नियमानुसार ही कर्मचारियों में बोनस दिया जा रहा है। शुगर मिल इस समय घाटे की स्थिति में अतिरिक्त बोनस दिया जाना संभव नहीं है।

Posted By: Inextlive