Meerut: वेस्ट यूपी में बढ़ता स्वाइन फ्लू डॉक्टर्स में भी चिंता का विषय बन गया है। सोमवार को केएमसी हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में डॉक्टर्स ने कहा कि मरीजों को घबराहट में दिल्ली के चक्कर लगाने से बचना चाहिए। इनका कहना है कि स्वाइन फ्लू के इलाज की मेरठ में व्यवस्था है।

संक्रमण से बचें

सीनियर फिजीशियन डॉ। अमिताभ गौतम का कहना है कि एचक्एनक् वायरस हर साल ठंड और नम मौसम में संक्रमित होता है, लेकिन यह गंभीर बीमारी नहीं है। अगर प्रतिरोधक क्षमता बेहतर हो तो मरीज में एचक्एनक् के सामान्य लक्षण नहीं उभरेंगे और वह स्वयं ठीक हो जाएगा। इसके सिंपटम में बुखार रहना, खांसी, छाती में दर्द, सांस में तकलीफ, शरीर में अकड़न, लंबे समय से चल रहा जुकाम, बदन दर्द, आंखों में जलन हैं।

प्रोटीन की मात्रा बढ़ाएं

उन्होंने कहा उच्च प्रोटीन खानपान जैसे अंडा, मीट, सोयाबीन, दूध, राजमा, छोला, पनीर, चना, हरी सब्जी एवं दाल की मात्रा बढ़ा दी जाएं। आगाह किया कि पुष्टि बिना स्वाइन फ्लू की दवा कतई न खाएं। केएसमी के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ। सुनील गुप्ता ने कहा कि प्रशासन को निजी लैबों की रिपोर्ट को वेरीफाई करने में तत्परता दिखानी चाहिए, जिससे मरीजों को तत्काल चिकित्सा देकर उसकी जान बचाई जा सके। इसके लिए केएमसी में हाइटेक आइसोलेटेड आईसीयू शुरू की गई है। स्टाफ पूरी तरह प्रशिक्षित एवं वैक्सीनेटेड है।

Posted By: Inextlive