चीन के राष्‍ट्रपति शी जिनपिंग और भारत के पीएम नरेंद्र मोदी के बीच शिखर वार्ता के दौरान 12 समझौतों पर दस्‍तखत किये गये. हलांकि सीमा विवाद के मसले को लेकर अभी कोई स्‍पष्‍ट हल नहीं निकल पाया है.

घटनायें होती रहेंगी
शिखर वार्ता के बाद चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि भारत और चीन के बीच सीमा विवाद ने दोनों देशों को लंबे समय से परेशान कर रखा है. जिनपिंग के मुताबिक सीमा पर मौजूद इलाके पर बंटवारे की लकीरें खींची जानी बाकी है, इसलिये कुछ घटनायें घट सकती हैं. इसके अलावा उन्होंने कहा कि,'भारत आना मेरे लिये खुशी की बात है. भारत और चीन में विकास की अपार संभावनायें हैं. मोदी के नेतृत्व में विकास की नई ऊंचाईयां छुएगा भारत. मैं अगले साल की शुरूआत में नरेंद्र मोदी को चीन की यात्रा के लिये आमंत्रित करता हूं.'   
मोदी ने क्या कहा
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा,'सीमा पर LAC की स्पष्टता पर फिर से काम हो. यह मसला पिछले कई सालों से अटका हुआ है. सीमा पर शांति के बिना आर्थिक विकास संभव नहीं है. दोनों देशों को आतंकवाद से लड़ना होगा. हमें समृद्ध अफगानिस्तान की जरूरत है. मैंने वीजा नीति का भी मुद्दा उठाया है. चीन और भारत के संबंध काफी पुराने हैं. अच्छे रिश्तों के लिये सीमा पर शांति जरूरी है. चीन से हमारे रिश्ते काफी अहम हैं. '
क्या हैं वो 12 समझौते
1- कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिये सिक्किम के नाथू ला दर्रे से नया रास्ता देने पर चीन राजी हो गया है. अभी तक उत्तराखंड के लिपूलेख दर्रे से ही लोग कैलाश मानसरोवर की सालाना धार्मिक यात्रा करते रहे हैं.
2- भारतीय रेल की स्पीड बढ़ाने, हाई स्पीड ट्रेन चलाने की संभावना का अध्ययन करने, भारतीय रेलकर्मियों की ट्रेनिंग, रेलवे स्टेशनों का नये सिरे से विकास और रेलवे यूनिवर्सिटी बनाने जैसे क्षेत्रों में चीन सहयोग देने को तैयार हो गया है.
3- चीन खास रेल परियोजनाओं में सहयोग को भी राजी हो गया है.
4- भारत और चीन के बीच व्यापार के क्षेत्र में सहयोग का समझौता.
5- चीन के बाजार में खेती, दवा जैसे भारतीय उत्पादों की पहुंच बढाई जायेगी.
6- ऑडियो-विजुअल को प्रोडक्शन का समझौता. इसके जरिये दोनों देश संसाधनों को साझा कर फिल्में बनायेंगे.
7- तस्करी जैसे सीमा पर होने वाले आर्थिक अपराध रोकने के लिये सूचनाओं के आदान-प्रदान पर सहमति बनी है.
8- स्पेस मिशन में सहयोग को लेकर समझौता. अंतरिक्ष कार्यक्रमों में रिसर्च, डेवलेपमेंट में आपस में सहयोग करेंगे दोनों देश.
9- सांस्कृतिक आदान-प्रदान पर सहमति. इसके तहत संग्राहलयों, पुरातत्व संस्थाओं और परफार्मिंग आर्ट्स के क्षेत्र में सहयोग किया जायेगा.
10- चीन 2016 के नई दिल्ली पुस्तक मेले में हिस्सा लेगा.
11- दवा के क्षेत्र में समझौता. इसके तहत ड्रग स्टैंडर्ड, पारंपरिक दवाओं और टेस्टिंग जैसे क्षेत्रों में दोनों देश साथ काम करेंगे.
12- मुंबई और शंघाई के बीच सिस्टर सिटी रिश्ता बनाया जायेगा. शंघाई के तर्ज पर मुंबई के विकास पर भी ध्यान दिया जायेगा.       

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari