बॉलीवुड अभ‍िनेता देव आनंद आज इस दुन‍िया में न होकर भी अपने होने का अहसास कराते हैं। देव आनंद 50-60 के दशक के जाने-माने अभ‍िनेताओं में एक थे। इनके बोलने का अंदाज न‍िराला था। इनकी लोकप्रियता का सबसे बड़ा उदाहरण इनका काले कोट वाला मामला था जि‍से कोर्ट ने इनके पहनने पर बैन लगा द‍िया गया था। आइए जानें 26 सितम्बर 1923 को जन्‍में हिन्दी सिनेमा के लीजेंड अभ‍िनेता देव आनंद के इस क‍िस्‍से के बारे में...


अंकाउटेंट की नौकरी कीबॉलीवुड में 50-60 के दशक में देव आनंद काफी चर्चा में रहे हैं। इनका पूरा नाम देव आनन्द उफ धरमदेव पिशोरीमल आनंद था। इन्हें बचपन से ही अभिनय का शौक था। हालांकि फिल्मों में आने से पहले इन्होंने मिलट्री सेंसर ऑफिस में नौकरी की थी। इसके बाद इन्होंने अपने शौक के चलते फिल्मों का रुख कर लिया। बतौर हीरो इन्होंने 1946 में हम एक हैं फिल्म में काम किया था। जो पहनते वहीं फैशन बना जाता


देव आनंद पर्दे पर अपने अभिनय को लेकर जितना लोकप्रिय थे उससे कहीं ज्यादा यह अपनी निजी जिंदगी की वजह से भी सुर्खियों में रहे। अभिनेता देव आनंद अपने लव अफेयर को लेकर भी चर्चा में रहें। वहीं बड़ी संख्या में इनकी फैन फॉलोइंग भी थी। खास बात तो यह है कि उस दौर में यह जो पहनते थे वो फैशन बन जाता था। वहीं लड़कियां इनकी एक-एक अदा पर मर मिटने को तैयार रहती थीं। इसका उदारहण ये मामला है। दुनिया को अलविदा कह गए

बॉलीवुड अभिनेता देव आनंद को उनके बेहतरीन अभिनय की वजह से एक नहीं कई पुरस्कार मिले हैं। फिल्मफेयर पुरस्कार के अलावा एक्टर देव आनंद को 2001 में भारतीय सिनेमा के योगदान के लिए पद्म भूषण सम्मान दिया गया था। वहीं इन्हें 2002 में दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था। देव आनंद ने हार्ट अटैक की वजह से 3 दिसंबर 2011 को इस दुनिया को अलविदा कह दिया था।वो एक्टर्स जिनको कंगना ने लिया निशाने पर

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Posted By: Shweta Mishra