चैत्र वर्ष प्रतिपदा से भारतीय नव वर्ष यानी कि नव संवत्सर की शुरुआत होती हैं। इसी दिन ब्रह्माजी ने सृष्टि का निर्माण किया था। हिन्दू कैलेंडर के अनुसार इस दिन से ही नया वर्ष प्रारंभ होता है। खास बात तो यह है क‍ि अंग्रेजी कैलेंडर की तरह हिन्दू कैलेंडर में 12 महीने होते हैं। इसमें महीने में दो पखवाड़े 15-15 दिन के होते है। खास बात तो यह है क‍ि हर महीना क‍िसी न क‍िसी उत्‍सव से जुड़ा होता है। ऐसे में आइए यहां जानें नव संवत्सर पर साल के 12 महीनों के बारे में...


चैत्र हिन्दू कैलेंडर का ये पहला महीना है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार मार्च-अप्रैल महीने में आता है। चैत्र महीने के पहले दिन उत्तरी भारत, मध्य भारत में चैत्र के पहले दिन से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत होती है। वहीं महाराष्ट्र में गुड़ी पड़वा, तमिलनाडु में चैत्री विशु और कर्नाटका एवं आंध्रप्रदेश में उगादी जैसे त्योहार मनाए जाते हैं। जयेष्ठहिन्दू कैलेंडर का ये तीसरा महीना है। यह मई-जून के आस पास आता है। जयेष्ट माह में अमावस्या के दिन शनि जयंती मनाते है। इसके अलावा दशमी के दिन गंगा दशहरा मनाते है। इसके अलावा जयेष्ट माह की शुक्ल पक्ष एकादशी को निर्जला एकादशी मनाते है। इस महीने वट पूर्णिमा या वट सावित्री की व्रत पूजा होती है। श्रावण


श्रावण का महीना हिन्दू कैलेंडर के पांचवा व सबसे पवित्र महीना माना जाता है। ये माह अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार जुलाई-अगस्त महीने में आता है। ये पूरा महिना शिव जी को समर्पित है। इस महीने से अनेकों त्यौहार शुरू हो जाते है। पूर्णिमा के दिन रक्षाबंधन मनाने के साथ ही महीने भर कावण यात्रा निकाली जाती है।अश्विन

अश्विन का महीना हिंदू कैलेंडर का सातवां महीना होता है। ये माह अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार सितम्बर-अक्टूबर महीने में आता है। इस महीने शारदीय नवरात्रि, दुर्गापूजा, कोजागिरी पूर्णिमा, विजयादशमी यानी कि दशहरा जैसे उत्सव मनाए जाते हैं।  अगहन अगहन का महीना हिन्दू कैलेंडर का नवां महीना होता है। ये माह अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार नवम्बर –दिसम्बर महीने में आता है। इस महीने इस महीने वैकुण्ठ एकादशी मनाई जाती है। इसके अलावा अन्नपूर्णा माता की पूजा भी इस महीने होती है। माघहिन्दू कैलेंडर का ग्यारहवां महीना माघ का होता है। ये माह अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार जनवरी-फरवरी महीने में आता है। इस महीने बसंत पंचमी, महा शिवरात्रि, रथ सप्तमी जैसे त्यौहार भी मनाये जाते है। उत्तरी भारत में माघ मेला एक बड़ा उत्सव भी धूमधाम से मनाया जाता है। पुरषोत्तम माहपुरषोत्तम माह का महीना इसे अधिक माह भी कहते हैं। ये हिन्दू कैलेंडर में अतिरिक्त महिना होता है। अधिक मास का हिन्दुओं में बहुत महत्व है।नव संवत्सर: यहां पढ़ें हिन्दू कैलेंडर के ये 12 हिन्दी महीनों के नाम व खास त्यौहारों के बारे में

Posted By: Shweta Mishra