अगर आपकी शादी की उम्र हो गयी है और शादी के लिए इच्‍छुक हैं तो आपके हाथों की रेखायें आपको सटीक जवाब दे सकती है कि आपकी शादी कब होगी। इतना ही नहीं ये रेखायें ये बता सकती हैं कि शादी कितना कामयाब होगा और वो किस रास्‍ते पर आगे बढ़ेगा। विवाह की सारी कहानी सुनाने वाली ये रेखा विवाह रेखा कहलाती है। सबसे छोटी अंगुली के नीचे बुध का स्थान होता है। इसी स्‍थान से हृदय रेखा निकल कर बृहस्पति की तरफ बढ़ती है। कनिष्‍का के ठीक नीचे और हृदय रेखा के बीच में छोटी सी आड़ी रेखा या रेखाओं के जाल से व्यक्ति के विवाह का सच सामने आता है। आइये जानें विवाह रेखा से जुड़ी कुछ खास बातें।

कौन सी है विवाह रेखा
जैसा की हमने बताया कि छोटी अंगुली के नीचे और हृदय रेखा के ऊपर ठीक बीच में होती है विवाह रेखा। अब अगर आपको एक से ज्यादा रेखाये इस स्थान पर दिखें तो सबसे स्पष्ट और गहरी रेखा को विवाह रेखा मानें। ये रेखा लम्बी और पतली सी दिखती है। शेष छोटी रेखाएं प्रेम संबंधों या सगाई के बारे में बताती हैं। जो विवाह के पूर्व संबधों की चर्चा होने और उनके निश्चित होने से पहले ही खत्म होने का परिचय देती हैं।
जीवन साथी के बारे में मिलती है जानकारी
यही स्पष्ट रेखा यदि लम्बी तो हो लेकिन आगे जाकर लहरदार होकर पतली हो जाए तो यह जीवन साथी के स्वास्थ्य के उतार-चढाव को दर्शाती है।इन्हीं रेखाओं की संख्या, स्थिति और उनकी बनावट से विवाह की उम्र, कैसा होगा वैवाहिक जीवन, विवाह की संख्या और जीवन साथी की शारीरिक बनावट का भी पता किया जा सकता है।
सरकारी नौकरी पाने वालों के हाथ की रेखाएं ऐसी होती हैं

प्रेम विवाह से नहीं है सीधा कनेक्शन
हालाकि कुछ लोग प्रेम विवाह के लिए भी इन रेखाओं से गणना करते हैं, लेकिन ये पूरी तरह सही नहीं है। क्योंकि वास्तव में प्रेम विवाह के लिए हथेली में बृहस्पति, शुक्र और मंगल के स्थान का भी बहुत महत्व होता है। हालांकि प्रेम विवाह होगा या नहीं, इसकी कुछ हद तक जानकारी बुध के स्थान पर पड़ी इन रेखाओं से किया जा सकता है, लेकिन प्रेम विवाह में आ रही अड़चने और प्रेमिका या प्रेमी के स्वभाव और चरित्र के बारे में शुक्र और बृहस्पति से ही अंदाजा लगाया जा सकता है।

अंतरजातीय विवाह और परिवारिक स्थिति की भी जानकारी
इन विवाह रेखाओं का यदि बारीकी से अध्ययन किया जायेतो और भी कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिल सकती हैं। जैसे जब विवाह रेखा हाथ की दूसरी महत्वपूर्ण रेखाओं की तुलना में निम्न या उच्च दिखाई दे तो यह अंतरजातीय विवाह की सूचक हो सकती है। कुछ लोग इसे जीवनसाथी के अपने से धनी या निर्धन परिवार का होने का प्रतीक भी समझते हैं। यानि ऐसी रेखाएं बेमेल विवाह का प्रतीक भी होती हैं। ऐसे में कहा जा सकता है कि इस प्रकार का कोई योग यदि दिखाई दे तो यह निश्चित है कि ऐसे व्यक्ति का विवाह सामान्य तो नहीं ही होगा।
आपके हाथ में हैं ये रेखा तो समझो आप बनेंगे धन्नासेठ
क्यों होती है शादी में देरी
किसी व्यक्ति के हाथ में बृहस्पति अपने स्थान से शनि की तरफ झुका हुआ हो तो विवाह होते होते उसकी उम्र 30 वर्ष या उसके ऊपर निकल जाती है। वहीं अगर पुरूष की हथेली में विवाह रेखा, हृदय रेखा से काफी दूर हो, शुक्र का आकार हथेली में राशि के साथ सटीक ना मिलता हो और बृहस्पति के स्थान पर कोई शुभ चिह्न न हो तो ऐसे लोगों का विवाह प्रायः देरी से हुआ करता है। ये देर कितनी होगी और विवाह वास्तव में कब होगा यह भी विवाह रेखा से ही पता चल जाता है।
विवाह रेखा ना होने का मतलब विवाह ना होना नहीं
कई बार लोगों के हाथ में विवाह रेखा नहीं होती है। ऐसे में विवाह होने में काफी देर हो सकती है, लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि विवाह होगा ही नहीं। हो ये जरूर है कि ऐसे लोगों की शादी होने में रुकावटें आती हैं और बिना वजह की देर होती है। इसके लिए कुछ उपाय भी होते हैं जो आपको अच्छे जानकार बता सकते हैं। 
यदि हाथ की लकीरें हों ऐसी तो समझिए सरकारी नौकरी आपकी, बिजनेस में कामयाबी चूमेंगी कदम

कुछ महत्वपूर्ण बातें
किसी की विवाह रेखा में द्वीप हो तो यह उसके जीवन साथी के खराब स्वास्थ्य की निशानी है। विवाह रेखा बीच में खण्डित हो तो ये विवाह टूटने का संकेत हो सकता है, लेकिन इसके लिए हथेली पर मौजूद दूसरी रेखाओं का भी अध्ययन किया जाना चाहिए। विवाह रेखा सांप की जीभ की तरह हो तो यह पति-पत्नि के बीच विचारों की भिन्नता का प्रती होती है। लम्बी और सूर्य के स्थान तक जाने वाली विवाह रेखा संपन्न और समृद्ध जीवन साथी का संकेत है। जब विवाह रेखा को खड़ी रेखाएं काट रही हो तो यह विवाह में देर और बाधाओं के आने की निशानी है।

Spiritual News inextlive from Spirituality Desk

 

Posted By: Molly Seth