मई 1498 में वास्‍को डा गामा का बेड़ा कोझीकोड केरल पहुंचा था. जिसका असर आज भी उस इलाके में दिख जाता है. कोच्‍चि फोर्ट में उस सफर की स्‍मृतियां बिखरी पड़ी हैं. आइए चलते हैं एक सफर पर

कोच्चि फोर्ट की मशहूर काशी आर्ट गैलरी की खूबसूरत कलाकृतियां बरबस अपनी ओर ध्यान खींचती हैं.


यहां डच सिमेट्री भी है जो अब इस्तेमाल में नहीं आती.


St Francis Church भी घूमना पर्यटकों की पहली पसंद है.


अगर कोई चलते-चलते थक जाए तो पेड़ों की छांव में सुस्ता भी सकता है.


St Francis Church के अदंर की यह जगह मुख्य रूप से वास्को डा गामा से जुड़ी मानी जाती है. जहां पर हर साल लाखों पर्यटक आते हैं.

यहां पर तट के किनारे पर आइस्क्रीम के साथ और खाने पीने की चीजें आसानी से मुहैया हो जाती हैं.

कोच्चि फोर्ट के किनारे स्िथत ये कैफे बाहर से जितने सुंदर है उतने ही अंदर से भी.

Posted By: Shweta Mishra