एमडीएम खाने से एक बच्चे की मौत व दर्जनों बच्चों के बीमार होने के मामले में उपायुक्त ने एसडीओ की अध्यक्षता में जांच कमेटी गठित की। 170 बच्चों ने सदर अस्पताल में कराया इलाज कुछ अब भी हैं भर्ती।

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KODERMA : डोमचांच प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय नावाडीह में एमडीएम खाने से एक बच्चे की और मौत और दर्जनों बच्चों के बीमार होने के मामले में जिला प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है। मामले में स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक समेत सभी छह शिक्षकों सहित 11 लोगों के खिलाफ गुरुवार को डोमचांच थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। इनमें स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक अंजनी कुमार अंबष्ठ, प्रबंधन समिति के अध्यक्ष महेश मेहता, सहायक शिक्षिका किरण कुमारी, पारा शिक्षका मंजू देवी, नागेंद्र मेहता, शिव कुमारमेहता, अशोक मेहता के अलावा रसोईया नीलम देवी, महेश्वरी देवी, प्रबंधन समिति के उपाध्यक्ष व संयोजिका मंजू देवी शामिल हैं। वहीं उपायुक्त कोडरमा के निर्देश पर मामले की जांच के लिए एसडीओ की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई है। इसमें सिविल सर्जन, डीडल्यूओ, जिला शिक्षा पदाधिकारी व सामूदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ।रंजीत कुमार शामिल हैं। एसडीओ प्रभात कुमार बरदियार में बताया की टीम मामले की जांच में जुट गई है।

खाने के बाद बिगड़ी थी तबीयत
बुधवार की शाम उत्क्रमित मध्य विद्यालय नावाडीह के एक छात्र मनीष कुमार की मौत हुई थी। मंगलवार को एमडीएम में चावल व चने की सजी खाने से मनीष सहित कई बच्चों की तबीयत बिगड़ गई थी। वहीं मनीष की मौत की खबर के बाद बुधवार की रात नावाडीह गांव में दहशत फैल गई। सभी लोग अपने बीमार बच्चों को लेकर आनन-फानन में सदर अस्पताल पहुंचे थे।

170 बच्चों का हुआ इलाज
सदर अस्पताल में इलाज कराने पहुंचे बीमार बच्चों की संख्या 170 तक पहुंच गई थी। डॉक्टरों की टीम ने बच्चों का यहां इलाज किया। मामले की सूचना के बाद डीसी, एसपी, डीडीसी समेत जिले के कई अधिकारी बच्चों को देखने व मामले की जानकारी लेने सदर अस्पताल पहुंचे थे। इस मामले को लेकर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ। रंजीत कुमार ने बताया कि बच्चों को उल्टी व दस्त हो रहा था। इन्हें फूड ह्रश्ववाइजनिंग जैसी स्थिति हुई थी। कुछ बच्चों का इलाज अभी भी चल रहा है।

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Posted By: Chandramohan Mishra