छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : कोल्हान यूनिवर्सिटी (केयू) में फार्म भरने का काम एक बार फिर से ऑफलाइन कर दिया गया है। इसके केयू की परेशानी बढ़ गई है। केयू एडमिनिस्ट्रेशन लगातार सीबीसीएस से आयोजित होने वाली परीक्षा की तिथियों में परिवर्तन कर रहा है। परीक्षा फार्म भरने से लेकर रजिस्ट्रेशन की तिथियां चार-पांच बार बढ़ा दी गई। छात्र नेताओं की हर जायज और नाजायज मांग पर विश्वविद्यालय लगातार दबाव में फैसले ले रह है। विश्वविद्यालय की ओर से परीक्षा फार्म भरने से वंचित रह गये छात्रों का डाटा जांचे बगैर ही एक बार फिर परीक्षा फार्म भरने की तिथि बढ़ाई गई। मतलब यह कि पिछली बार भरे गए फार्मो की जांच भी नहीं की गई।

भविष्य पर संकट

केयू में यूजी व पीजी का सेशन पहले ही तीन महीने लेट चल रहा है। ऐसे में विवि की ओर से लगातार आवेदन पत्र भरने की तिथि में की जा रही बढ़ोतरी ससमय परीक्षा फार्म भरने वाले छात्रों के भविष्य पर संकट खड़ा करने वाली है। अब ये छात्र दूसरे विश्वविद्यालय में दूसरे सेमेस्टर में प्रवेश नहंी लें सकते। लगभग सभी विश्वविद्यालयों में यूजी पार्ट के फ‌र्स्ट सेमेस्टर की परीक्षा हो चुकी है।

पहले था ऑनलाइन

मालूम हो कि पहले केयू की ओर से रजिस्ट्रेशन से लेकर परीक्षा फार्म भरने का कार्य पूरी तरह ऑनलाइन था। इस कारण खास छात्र संगठन के नेताओं को यह रास नहीं आया। स्टूडेंट्स की मानें तो चूंकि फार्म भरने संबंधी कार्य ऑनलाइन होने से इस छात्र संगठन के पास और अन्य छात्र संगठनों के पास छात्रों का आना ही बंद हो गया था। इस कारण उनकी जेब नहीं भर पा रही थी, अब फिर से यह कार्य ऑफलाइन हो जाने से छात्र नेता कॉलेज के कर्मचारियों से सांठ-गांठ कर अपनी जेबें गर्म कर रहे हैं।

-अब तक यह साफ नहीं हो पाया है कि कितने छात्रों ने परीक्षा फार्म भरा है और कितने इससे वंचित रह गए हैं। कॉलेज की ओर से भी यह आंकड़ा अब तक नहीं दिया गया है। परीक्षा फार्म की तिथि लगातार बढ़ाये जाने के कारण 32000 छात्रों के भविष्य पर इसका प्रतिकूल असर पड़ने वाला है।

-डॉ। पीके पाणि, एग्जामिनेशन कंट्रोलर, केयू

Posted By: Inextlive