प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी कि शुक्रवार को फ्रांस से संयुक्त अरब अमीरात के लिए रवाना होंगे। अबू धाबी के पहले हिंदू मंदिर में आज ही धूमधाम से जन्माष्टमी मनाई जाएगी।


दुबई (आईएएनएस)। आज श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व मनाया जा रहा है। अबू धाबी में बन रहे पहले हिंदू मंदिर में भी आज ही यानी कि शुक्रवार को धूमधाम से जन्माष्टमी मनाई जाएगी। इसी बीच भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शुक्रवार को फ्रांस से संयुक्त अरब अमीरात पहुंचेंगे। ऐसे में भक्त उम्मीद कर रहे हैं कि इस मौके वह जन्माष्टमी का उत्सव देखने के लिए मंदिर में जरुर आएंगे। भारतीय विदेश मंत्रालय (एमईए) ने रविवार को बताया था कि पीएम मोदी शुक्रवार को यूएई पहुंचेंगे और अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान यूएई जायेद पुरस्कार हासिल करेंगे। हालांकि, मंत्रालय ने अपने बयान में पीएम मोदी के मंदिर दौरे का कोई भी जिक्र नहीं किया था।   मंदिर में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन
बोचासनवासी अक्षर पुरुषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) मंदिर में जन्माष्टमी को ध्यान में रखते हुए शुक्रवार शाम 5 से 7 बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। इसके बाद भक्तों के बीच 'महा प्रसाद' का वितरण किया जायेगा। सांस्कृतिक कार्यक्रम में भक्ति गीत और कृष्ण कथा (कृष्ण की कथा) का वर्णन शामिल है। बीएपीएस मंदिर में रहने वाले एक व्यक्ति ने कहा, 'हमने इस दिन 1,200 से अधिक लोगों के यहां रहने की व्यवस्था की है। हमें यह जानकारी नहीं है कि माननीय भारतीय प्रधानमंत्री मोदी इस कार्यक्रम में आएंगे या नहीं क्योंकि हमने उन्हें कोई औपचारिक निमंत्रण नहीं दिया है।' हालांकि, पीएम मोदी जन्माष्टमी में उपवास रखते हैं, इसलिए यह माना जा रहा है कि वह मंदिर में दर्शन कर सकते हैं।यूपी के गवर्नर और सीएम ने दी जन्माष्टमी की बधाई13.5 एकड़ की जमीन पर बनाया जा रहा है मंदिरबता दें कि 15 अगस्त को, मंदिर समिति ने संयुक्त अरब अमीरात के 1,200 मजदूरों को आमंत्रित करके रक्षा बंधन का त्योहार मनाया था। मंदिर समिति के लोगों ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, 'हमारे सदस्यों ने मजदूरों की कलाई पर राखी बांधी और उन्हें भोजन परोसा। इस मौके पर कई लोग अपनी बहनों को याद कर रहे थे। इस त्योहार को सेलिब्रेट करने के बाद सभी खुश नजर आये।' यह मंदिर भारतीय समुदाय को अबू धाबी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान द्वारा उपहार में दी गई 13.5 एकड़ (55,000 वर्ग मीटर) जमीन पर बनाया जा रहा है। इसको लेकर लगातार काम जारी है। अबू धाबी सरकार ने 2015 में प्रधानमंत्री मोदी की यूएई की पहली यात्रा के दौरान मंदिर बनाने की योजना को मंजूरी दी थी।

Posted By: Mukul Kumar