-KU के नए VC ने सिटी के तीन कॉलेज में विजिट किया, क्लासरूम जाकर स्टूडेंट्स से मिले, टीचर्स और प्रिंसिपल से बात की

-जुलाई से दिसंबर तक स्टूडेंट्स यूनियन इलेक्शन कराने की बात कही वीसी ने, नेट क्वालिफाइड और सीनियर स्टूडेंट्स लेंगे क्लासेस

-टीचर्स का क्लास वाइज बनेगा अटेंडेंस, सीसीटीवी कैमरे से रखी जाएगी नजर

-नए सेशन से students के लिए 75 परसेंट attendance होगा कंपल्सरी

JAMSHEDPUR : स्टूडेंट्स से पूछा, क्लासेस हो रही हैं या नहीं। टीचर्स से कहा, समय से कॉलेज आएं और क्लास लें। इवेल्यूएशन सेंटर्स पर इवेल्यूएटर्स से बात की। प्रिंसिपल्स से उनका ग्रिवांसेस पूछा। जो नहीं पहचान रहे थे वे उनके बारे में एक-दूसरे से पूछ रहे थे और जिन्होंने पहचान लिया था वे सामने से एक बार नमस्कार कर लेना चाहते थे। थर्सडे को कुछ ऐसा ही माहौल था जब कोल्हान यूनिवर्सिटी (केयू) के नए वीसी डॉ आरपीपी सिंह ने पहली बार सिटी के कॉलेजेज विजिट किया। वे वर्कर्स कॉलेज के अलावा एबीएम और ग्रेजुएट कॉलेज पहुंचे।

पढ़ाई पर नहीं पड़ेगा असर

केयू के वीसी डॉ आरपीपी सिंह ने कहा कि पीजी में टीचर्स की काफी कमी है जिस वजह से स्टूडेंट्स की पढ़ाई पर असर पड़ता है। इसे दूर करने के लिए उन्होंने सिटी के कॉलेजेज में डिफरेंट सब्जेक्ट्स के लिए स्टडी सेंटर बनाया जाएगा। इसको इस तरह से समझ सकते हैं जैसे, किसी कॉलेज में जूलॉजी के तीन टीचर्स हैं जबकि वहां इस सब्जेक्ट में स्टूडेंट्स की संख्या कम है। ऐसे में उस कॉलेज में जूलॉजी का स्टडी सेंटर बना दिया जाएगा और दूसरे कॉलेजेज के भी जूलॉजी के टीचर्स उस कॉलेज में पढ़ाएंगे। इस सब्जेक्ट से पीजी कर रहे सभी कॉलेजेज के स्टूडेंट्स उस खास कॉलेज में पढ़ाई करेंगे। ऐसा उन सभी सब्जेक्ट्स के लिए किया जाएगा ि1जनमें स्टूडेंट्स और टीचर्स का रेशियो ठीक नहीं है।

होगा स्टूडेंट्स यूनियन इलेक्शन

कॉलेज और यूनिवर्सिटी में नेताओं की जरूरत तब होती है जब स्टूडेंट्स को परेशानी हो रही हो और उनका कोई सुनने वाला न हो। आने वाले कुछ महीनों में स्टूडेंट्स की सारी प्रॉब्लम को दूर किया जाएगा और अब स्टूडेंट्स अपनी ग्रिवांसेस के साथ सीधे केयू के ऑफिसियल्स से मिल सकते हैं। ऐसी बातें कहने के बाद भी केयू के वीसी डॉ आरपीपी सिंह ने कहा कि वे यूनिवर्सिटी का पहला स्टूडेंट्स यूनियन इलेक्शन इस साल जुलाई से दिसंबर के बीच कंडक्ट कराएंगे। उनका कहना था कि इलेक्शन एक सेशन के लिए होता है इसलिए नए सेशन में इलेक्शन कराना ही अब ठीक होगा।

जुलाई से रेगुलर होंगी क्लासेस, रिटायर्ड टीचर्स पढ़ाएंगे

सिटी विजिट के दौरान वीसी ने प्रिंसिपल्स से मिलकर क्लियर कर दिया कि नए सेशन यानी जुलाई से कॉलेजेज में एक भी क्लास मिस नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जुलाई से पहले टीचर्स की कमी को टेम्पररी तौर पर दूर करने की कोशिश की जाएगी। उन्होंने इसके लिए नेट क्वालिफाइड और सीनियर स्टूडेंट्स को पढ़ाने की जिम्मेवारी देने की बात कही। इसके लिए रिटायर्ड टीचर्स से पढ़ाने के लिए रिक्वेस्ट करने की बात वीसी ने कही।

75 percent attendance होगा कंपल्सरी

केयू के वीसी डॉ आरपीपी सिंह ने कहा कि नए सेशन रेगुलर क्लासेस कंडक्ट कराने की कोशिश की जा रही है और जब ऐसा हो जाएगा, तो स्टूडेंट्स के पास कॉलेज नहीं आने का कोई बहाना नहीं बचेगा। उन्होंने साफ कहा कि जब रेगुलर क्लासेस होंगी तो स्टूडेंट्स के लिए 7भ् परसेंट अटेंडेंस कंपल्सरी किया जाएगा। उनका कहना था कि नए सेशन से जिन स्टूडेंट्स का अटेंडेंस 7भ् परसेंट नहीं होगा उन्हें एग्जामिनेशन फॉर्म नहीं भरने दिया जाएगा।

टीचर्स का क्लास वाइज अटेंडेंस तैयार किया जाएगा

ग्रेजुएट कॉलेज में प्रेस से बात करते हुए डॉ आरपीपी सिंह ने कहा कि टीचर्स को अपनी जिम्मेवारी समझनी होगी और वे एक्शन लेने में नहीं, बल्कि टीचर्स को मोटिवेट करने में विश्वास रखते हैं। टीचर्स का समय से कॉलेज आने-जाने में समय का ख्याल नहीं रखे जाने के मामले में वीसी ने कहा कि टीचर्स का इन-आउट पंचिंग से उन्हें ज्यादा मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि सभी प्रिंसिपल्स को टीचर्स की क्लास वाइज अटेंडेंस तैयार कर यूनिवर्सिटी को रिपोटर्1 करनी होगी। वे जानना चाहते हैं कि टीचर्स क्लास ले रहे हैं या नहीं।

सीसीटीवी कैमरे से टीचर्स पर रखेंगे नजर

कॉलेजेज में रेगुलर क्लासेस हों इसको लेकर वीसी काफी सीरियस दिखे। टीचर्स क्लास ले रहे हैं या नहीं इसके लिए सभी कॉलेजेज के क्लासरूम में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने की बात उन्होंने कही। उनका कहना था कि इंटरनेट के जरिए वे वीसी चेंबर से टीचर्स द्वारा क्लास लिए जाने और नहीं लिए जाने पर नजर रखेंगे। उन्होंने टीचर्स को साफ मैसेज दिया कि उन्हें समय से कॉलेज आना होगा और उनके नाम से जो क्लासेस फिक्स की गई हैं उन्हें वह क्लास लेनी होगी।

वोकेशन कोर्स पैसा कमाने का जरिया, बंद कर देंगे

वीसी ने वोकेशन कोर्स में स्टूडेंट्स की संख्या कम होने और टीचर्स को सैलरी नहीं मिलने पर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि वोकेशनल कोर्सेस को कमाई का एक जरिया बना दिया गया है। उनका कहना था कि वोकेशनल कोर्स की स्थिति पर वे सभी कॉलेजेज से रिपोर्ट मांगेंगे और अगर उन्हें ऐसा लगा कि इन कोर्सेस की पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट्स को फायदा नहीं हो रहा तो वे वोकेशनल कोर्सेस को बंद भी कर सकते हैं।

आंखों देखी

किस कॉलेज में वीसी ने क्या देखा और क्या कहा

- ग्रेजुएट कॉलेज स्थि्ात केयू के ब्रांच ऑफिस को पूरी तरह से फंक्शनल बनाने की बात कही।

- वर्कर्स कॉलेज में क्लासरूम में बैठे स्टूडेंट्स जाकर पूछा, क्लासेस रेगुलर होती हैं या नहीं।

- वर्कर्स कॉलेज की लाइब्रेरी के जिरॉक्स मशीन के बारे में पूछा कि उससे कितनी कॉपियां जिरॉक्स की गई और किस स्टूडेंट्स को कितनी कॉपियां मिलीं।

- एबीएम कॉलेज में लाइट नहीं होने और जेनरेटर खराब होने का कारण पूछा, प्रिंसिपल से जेनरेटर जल्दी ठीक कराने को कहा।

- एबीएम और वर्कर्स और ग्रेजुएट कॉलेज के प्रिंसिपल को टीचर्स का क्लास वाइज अटेंडेंस भेजने को कहा।

- यूजी पार्ट थर्ड के इवेल्यूएशन सेंटर्स पर गए और इवेल्यूएटर्स से बात की।

- ग्रेजुएट कॉलेज में इंटर का एडमिशन फॉर्म लेने पहुंची ग‌र्ल्स को हल्ला करते देख उनको डांटा और चुप रहने को कहा।

- ग्रेजुएट कॉलेज में आईसीआईसीआई बैंक द्वारा कंडक्ट किए कैंपस में पहुंचे और स्टूडेंट्स से बात की।

जमशेदपुर के कॉलेजेज में मेरा यह पहला विजिट है। कुछ कॉलेजेज में जाकर मैंने वहां स्टूडेंट्स, टीचर्स और प्रिंसपल्स से बात कर उनकी प्रॉब्लम को जानने की कोशिश की। स्टूडेंट्स के फेवर जितनी जल्दी जितना अच्छा काम करना होगा हम करेंगे।

- डॉ आरपीपी सिंह, वीसी, केयू

Posted By: Inextlive