भारतीय स्पिन गेंदबाज कुलदीप यादव दुनिया के दो बड़े बल्लेबाजों स्टीव स्मिथ और एबी डिविलियर्स के सामने गेंदबाजी करना एक चुनौती मानते हैं। स्मिथ की आदत है वह कुलदीप को देर से खेलते हैं।


नई दिल्ली (पीटीआई)। ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ और रिटायर हो चुके दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज एबी डिविलियर्स ये दो बल्लेबाज हैं, जिनके खिलाफ गेंदबाजी करना स्पिनर कुलदीप यादव को चुनौतीपूर्ण लगता है। यादव ने ईएसपीएनक्रिकइन्फो पर क्रिकेटबाजी के नवीनतम एपिसोड में दीप दासगुप्ता से कहा, "स्मिथ ने मुझे बैक फुट से अधिकतर खेला है। वह गेंद को बहुत देर से खेलता है, इसलिए उसके लिए गेंदबाजी करना चुनौतीपूर्ण हो जाता है। एकदिवसीय मैचों में, एबी डिविलियर्स एक अच्छे खिलाड़ी हैं। उनके पास एक अनूठी शैली है। खैर अब वह रिटायर हो गए हैं, तो यह एक अच्छी बात है! लेकिन उनके अलावा, मुझे कोई अन्य बल्लेबाज नहीं मिला, जिसके खिलाफ मुझे दिक्कत आए।'टीम में जगह न मिलने से परफाॅर्मेंस खराब


पिछले साल अपनी खराब परफाॅर्मेंस के बारे में बात करते हुए, बाएं हाथ के स्पिनर ने स्वीकार किया कि उनके पास कुछ कौशल की कमी है और टीम में लगातार मौका नहीं मिलने से भी उनकी गेंदबाजी प्रभावित हुई। कुलदीप ने कहा, 'मैंने विश्व कप 2019 के लिए जाने से पहले वास्तव में अच्छी तैयारी की। उस साल आईपीएल में मैं ज्यादा सफल नहीं हुआ, फिर भी मुझे लगता है कि मैंने विश्व कप में अच्छी गेंदबाजी की। इसके बाद मैं टीम से अंदर-बाहर होता रहा हूं। यदि आप नियमित रूप से खेल रहे हैं, तो आपका आत्मविश्वास ऊंचा होता है। यदि नहीं, तो आपको हमेशा मौका मिलता रहता है कि आप पर दबाव बना रहे हैं और आपका दिमाग खराब रहता है।'चहल के साथ कोई कंप्टीशन नहींयादव ने कहा कि वह साथी स्पिनर युजवेंद्र चहल के साथ एक विशेष बॉन्ड साझा करते हैं, जिनकी सलाह है कि वे मैदान पर और बाहर दोनों को महत्व देते हैं। यादव कहते हैं, "उन्होंने हमेशा बड़े भाई की तरह मेरा ध्यान रखा है। अब भी, एक साथ इतने मैच खेलने के बाद, मैदान से बाहर भी, वह मुझे क्रिकेट के साथ-साथ और भी सलाह देते हैं। वह मेरा काफी सपोर्ट करते हैं और यह बॉन्ड मैदान पर भी दिखाई देता है। हमारे बीच कभी प्रतिस्पर्धा नहीं रही।' चहल के साथ जुगलबंदी को लेकर यादव कहते हैं, 'वह हमेशा कहा करते थे कि हमें बीच के ओवरों में तीन या चार विकेट लेने होंगे। यह हमेशा से हमारी योजना रही है और जब एमएस धोनी स्टंप के पीछे थे तो यह आसान हुआ करता था।"धोनी ने की काफी मदद

यादव ने यह भी कहा कि वह मैदान पर धोनी की उपस्थिति को आज भी याद करते हैं, 'जब मैंने अपना करियर शुरू किया, तो मैं पिच को पढ़ने में अच्छा नहीं था। मैंने एमएस धोनी से बात की तो मैं इसके बारे में जानने लगा। वह अक्सर मुझे बताते थे कि कब मुझे गेंद को स्पिन करानी है और कब पिच कराना है।'

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari