देश की प्रमुख इंजीनियरिंग टेक्‍नोलॉजी एंड कंस्‍ट्रक्‍शन कंपनी लार्सन एंड टुब्रो एलएंडटी पीएम नरेंद्र मोदी की पसंदीदा योजना 'स्‍टैच्‍यू ऑफ यूनिटी' का निर्माण करेगी. सरकार ने एलएंडटी कंस्‍ट्रक्‍शन को इस प्रोजेक्‍ट के लिये 2979 करोड़ रुपये का कांट्रैक्‍ट दिया है.

27 अक्टूबर को हुई डील
कंपनी ने एक बयान जारी करते हुये कहा कि एलएंडटी कंस्ट्रक्शन के भवन और फैक्ट्री कारोबार को गुजरात सरकार से 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' की डिजाइनिंग और निर्माण के लिये 2,979 करोड़ रुपये का कांट्रैक्ट मिला है. कंपनी ने कहा कि 27 अक्टूबर, 2014 को सीएम आनंदीबेन पटेल, वरिष्ठ मंत्रियों और गुजरात सरकार के सीनियर अधिकारियों की मौजूदगी में कंपनी को यह कांट्रैक्ट दिया गया. बयान में यह भी कहा गया कि कांट्रैक्ट के तहत कंपनी सरदार वल्लभभाई पटेल की 182 मीटर (597 फुट) ऊंची प्रतिमा बनायेगी. आपको बता दें कि यह दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा होगी.

कहां बनेगी यह प्रतिमा

बयान के मुताबिक यह प्रतिमा साधू बेट द्वीप पर बनाई जायेगी. यह द्वीप गुजरात के नर्मदा जिले में केवडि़या के सरदार सरोवर बांध से करीब साढ़े तीन किमी दक्षिण में स्थित है. प्रतिमा की डिजाइन, इंजीनियरिंग का जिम्मा भी कंपनी को सौंपा गया है. इसके अलावा कंपनी एक स्मारक उद्यान का निर्माण करेगी. इसके तहत द्वीप से मुख्य भूमि को जोड़ने वाला एक पुल बनाया जायेगा. द्वीप पर 5 किमी लंबी एक सड़क भी बनाई जायेगी. इसके साथ ही द्वीप पर एक प्रशासनिक भवन, एक होटल (श्रेष्ठ भारत भवन) और एक सम्मेलन कक्ष होगा. इस स्मारक पर्यटन केंद्र का निर्माण 42 महीने में पूरा होगा.       

हमारे लिये गौरव की बात

कंपनी के बोर्ड सदस्य और अवसंरचना तथा निर्माण उपाध्यक्ष एस.एन. सुब्रह्मण्यम का कहना है, यह कांट्रैक्ट मिलना एलएंडटी के लिये गौरव की बात है क्योंकि इससे कठिन संरचना बनाने में हम पर लोगों के भरोसे का पता चलता है. कंपनी और सरकार के बीच हुई यह डील आने वाले समय के लिये एक अच्छा संकेत है. इससे यह पता चलता है कि मोदी सरकार ने देश को सुंदर और स्वच्छ भारत का जो सपना दिखाया है, वह जल्द ही पूरा होगा.

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Posted By: Abhishek Kumar Tiwari