- मेडिकल कॉलेज में माइक्रोबायोलॉजी विभाग की लैब में सही हुई आरटी पीसीआर मशीन

- शासन को जांच किट और कंज्यूमेबल के लिए प्रस्ताव भेजा, एसजीपीजीआई से होगी सप्लाई

KANPUR: मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में लगी स्वाइन फ्लू की जांच करने वाली मशीन सही हो गई है। कॉलेज प्रशासन ने करीब तीन लाख रुपए लगा कर इस मशीन को दुरुस्त करा लिया है। विभाग के एचओडी के मुताबिक इसकी किट काफी महंगी आती है इसके लिए शासन को प्रस्ताव भेजा है। किट आते ही जांच शुरू कर दी जाएगी।

एसजीपीजीआई से मिलेगी किट

स्वाइन फ्लू की जांच की सुविधा प्रदेश में वैसे तो केजीएमयू और एसजीपीजीआई के पास ही है लेकिन इस बार केजीएमयू में काफी दिन तक जांचें बंद रहीं। इसका असर शहर से भेजे गए सैंपल्स पर भी पड़ा। वहीं अब शासन ने एसजीपीजीआई से प्रदेश के दूसरे मेडिकल कॉलेजों में लगी आरटी पीसीआर जांच मशीनों के लिए किट और कंज्यूमरेबल चीजों की सप्लाई की जिम्मेदारी दी गई है। इससे पहले फाइलेरिया की दवा की सप्लाई को भी शासन ने एसजीपीजीआई से ही केंद्रीयकृत कर ि1दया था।

24 घंटे के अंदर रिपोर्ट

अभी तक स्वाइन फ्लू की जांच के लिए सैंपल लखनऊ भेजे जाते हैं जिसकी रिपोर्ट आने में 2 से 3 दिन लगते हैं। लेकिन जीएसवीएम के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में जांच शुरू होते ही यह रिपोर्ट एक दिन में ही मिल जाएगी। जिससे मरीजों का इलाज करने में ज्यादा सुविधा होगी।

मशीन और स्टॉफ तैयार

माइक्रोबायोलॉजी विभाग में लगी आरटी पीसीआर मशीन को कॉलेज प्रशासन ने अपने खर्चे पर सही कराया है। विभागाध्यक्ष डॉ। अतुल गर्ग के मुताबिक मशीन सही हो गई है और उसे चलाने के लिए स्टॉफ भी है। यह जांच फ्री होगी या यूजर चार्ज लिया जाएगा यह अभी निर्धारित नहीं हैं। प्राइवेट अस्पतालों से आने वाले सैंपलों के लिए शुल्क निर्धारित करने पर विचार हो सकता है। शासन को जांच किट और कंन्ज्यूमरेबल आइटम मिल जाए वैसे ही जांच शुरू कर दी जाएगी।

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आरटी पीसीआर मशीन को कॉलेज प्रशासन ने अपने फंड से सही कराया है। किट आते ही जांच शुरू हो जाएगी।

अतुल गर्ग, विभागाध्यक्ष, माइक्रोबॉयोलॉजी, जीएसवीएम

Posted By: Inextlive