काम के बदले कम पैसे दिए, तो होगी मालिक पर कार्रवाई
- काम करने के बदले देनी होगी पूरी मजदूरी
- यह है टॉल फ्री नंबर 1800-3456-526 - हर साल बढ़ती है मजदूरी, 2020 का नया रेट भी किया गया जारी जारी किया गया नया रेट दुकान होटल पेट्रोल पंप में काम करने वालों का रेट - अकुशल कर्मचारी - 274 रुपए प्रतिदिन - अर्द्ध कुशल कर्मचारी - 287 रुपए प्रतिदिन - कुशल कर्मचारी - 379 रुपए प्रतिदिन - अति कुशल कर्मचारी - 438 रुपए प्रति दिन सरकारी कार्यालय, बोर्ड, स्थानीय निकाय में काम करने वाले कर्मचारियों का रेट - अकुशल - 294 रुपए प्रति दिन - अर्द्ध कुशल - 314 रुपए प्रति दिन - कुशल - 405 रुपए प्रतिदिन - अति कुशल - 471 रुपए प्रतिदिन ठेके पर काम करने वाले श्रमिकों की बेसिक मजदूरी - अकुशल - 8571 रुपए प्रति महीना- अर्द्ध कुशल - 8977 रुपए प्रति महीना
- कुशल - 11935 रुपए प्रति महीना - अति कुशल - 3675 प्रति महीना (यह काम करने वाले लोगों को मिलने वाला बेस प्राइस है। यानी इससे कम तो कोई दे ही नहीं सकता है। इतना पैसा देना अनिवार्य है.) द्वड्ड4ड्डठ्ठद्म.ह्मड्डद्भश्चह्वह्ल@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठRANCHI (23 छ्वड्डठ्ठ) : आप अगर किसी फैक्ट्री, पेट्रोल पंप या दुकान में काम करते हैं। काम के बदले अगर पूरा पैसा नहीं मिलता है तो फैक्ट्री अथवा दुकान वालों पर कार्रवाई होगी। सरकार ने 77 तरह के बिजनेस को चिन्हित कर, वहां काम करने वालों के लिए टॉल फ्री नंबर जारी किया है। श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग ने राज्य के लाखों स्किल और नन स्किल लोगों को न्यूनतम मजदूरी दिलाने के लिए यह पहल की है। विभाग ने एक टॉल फ्री नंबर भी जारी किया है और सभी काम करने वाले कर्मचारियों से अपील की है कि अगर सरकार द्वारा तय मजदूरी से कम का भुगतान किया जाता है तो टॉल फ्री नंबर पर फोन करें। शिकायत मिलते ही विभागीय अधिकारी तत्काल कार्रवाई करेंगे।
बेस रेट से कम नहीं देंश्रम, नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग के एडिशनल लेबर कमिश्नर उमेश प्रसाद सिंह ने बताया कि काम करने वाले श्रमिकों को मिलने वाला पैसा हमेशा बढ़ाया जाता है। यह हर साल अपडेट किया जाता है। अभी जो नया रेट 2020 में जारी किया गया है वह काम करने के बदले मिलने वाली राशि का बेस रेट है। यानी इससे कम तो किसी भी हाल में काम के बदले मजदूरी नहीं देना होगा। इससे ऊपर उनके एलिजिबिलिटी के आधार पर दिया जा सकता है। लेकिन यह जो नया रेट जारी किया गया है उससे कम नहीं दिया जा सकता है, ऐसा करने वाले किसी भी संस्थान के ऊपर विभाग की ओर से कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए टॉल फ्री नंबर भी जारी किया गया है। अगर किसी भी कर्मचारी को इस तरह की शिकायत है तो वह टॉल फ्री नंबर से या फिर अपने जिले के नजदीकी श्रम विभाग के कार्यालय में जाकर शिकायत कर सकता है।
चेक से करना है भुगतान विभाग ने कामगारों को यह भी अलर्ट किया है कि न्यूनतम मजदूरी का भुगतान हर संस्थान को करना होगा। इसे लेकर सचेत रहें। इसके अलावा काम के बदले बैंक अकाउंट में ट्रांसफर या चेक के माध्यम से ही भुगतान किया जाना है। अगर ऐसा कोई नहीं किया जाता है, तो इसकी शिकायत कर सकते हैं।काम के बदले मेहनताना तय करने के लिए विभाग की ओर से हर साल एक बेस रेट जारी किया जाता है। जिस दर से हर साल महंगाई बढ़ती है, उसी दर से मजदूरी भी बढ़ाई जाती है। श्रम विभाग ने इस साल काम के बदले मिलने वाला पैसा का नया रेट जारी किया है। यह एक बेस रेट है। इससे कम मजदूरी का भुगतान नहीं करना होगा।
उमेश प्रसाद सिंह , एडिशनल लेबर कमिश्नर, रांची झारखंड