तेजी से बढ़ रहा डस्टबिन की कमी का विरोध

Meerut। अपने शहर को स्वच्छ बनाने और कूड़े को सिर्फ डस्टबिन में डालने की दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की मुहिम के साथ शहर के लोग तेजी से जुड़ते जा रहे हैं। अभियान का समर्थन करते हुए लोग दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के व्हाट्सऐप नंबर पर अपने क्षेत्र में डस्टबिन की कमी और गंदगी का फोटो शेयर कर रहे हैं। इस अभियान से निगम की लापरवाही और शहर में डस्टबिन की कमी का सच खुलकर सामने आ रहा है।

180 गाडि़यों का काफिला

निगम के पास शहर के कूड़ा कलेक्शन के लिए 180 से अधिक गाडि़यों का काफिला है। निगम ने 90 वार्डरे में इन गाडि़यों को कूड़ा कलेक्शन के लिए लगाया है, लेकिन शहर की गलियों से लेकर मुख्य सड़कों पर कूड़े का ढेर जगह-जगह फैला रहता है। शहर में संकरी गलियों से कूड़ा उठाने के लिए मिनी गाडि़यों की बजाए ठेले लगाए हुए हैं, लेकिन इन ठेलों का भी संचालन सिर्फ कागजों में हो रहा है। पुराने शहर की संकरी गलियों में गाडि़यां मुख्य सड़कों या चौराहों से कूड़ा एकत्र कर वापस चली जाती है। वहीं नियमानुसार गाडि़यों को सभी गलियों से कूड़ा लेना होता है, लेकिन एक बार गाड़ी भरने के बाद दोबारा गाड़ी वार्ड में नही आती है। इन सभी लापरवाही के कारण शहर के हर वार्ड में जगह जगह कूडे़दान बना है।

हनुमानपुरी में मोहल्ले के बीचों बीच बहने वाला नाला साल भर कूडे़ व गंदगी से अटा रहता है। पूरे नाले को कूडे़दान बना दिया गया है। डस्टबिन होता तो आसपास के लोग कम से कम डस्टबिन मे तो कूड़ा डालते।

मयंक वर्मा

रोहटा रोड पर निगम ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय तो बना दिया लेकिन इसके बराबर में कूड़े के ढेर का साफ करने की जहमत नही उठाई। कम से कम यहां एक डस्टबिन लग जाता तो कूड़ा इस तरह ना फैला रहता।

सावन कन्नौजिया

सदर में जगह जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। मेन बाजार में डस्टबिन की संख्या अधिक होनी चाहिए लेकिन यहां पूरे बाजार में एक भी डस्टबिन नही है।

पूनम

Posted By: Inextlive