ALLAHABAD : लकवा का इलाज अब कोई बड़ा चैलेंज नहीं है, यह होमयोपैथी में मुमकिन है। यह कहना है कौशांबी जिले के लकवा रोग स्पेशलिस्ट और डब्ल्यूएचओ की ओर से सम्मानित डॉ। एचएल मिश्रा का। उन्होंने बताया कि अमेरिका की नई टेक्नीक से दो साल में सिर्फ लकवाग्रस्त मरीज की उंगली और एड़ी में ही मूवमेंट आ पाया हैं, जबकि डॉ। मिश्रा ने इन दो सालों में अपनी मनौरी कौशांबी स्थित क्लीनिक में सैकड़ों लकवाग्रस्त मरीजों का इलाज कर उन्हें नया जीवनदान दिया है। सैकड़ों ऐसे मरीज हैं, जो आज पूरी तरह से स्वस्थ्य हो चुके हैं।

Posted By: Inextlive