- लाल इमली मुहल्ले में नहीं हो रहा कूड़े का रेगूलर उठाव

- दूसरे जगहों से भी लाकर फेंक दिया जाता है कूड़ा

PATNA CITY : गली की सड़क पर पड़ा कूडे़ का ढेर दिन में आने-जाने में परेशानी पैदा करता है तो शाम के बाद छाया अंधेरा दिन की परेशानियों को और बढ़ा देता है। लाल इमली मुहल्ले की पब्लिक काफी दिनों से इस परेशानी को झेल रही है। ऐसा लगाता है कि पब्लिक की इस परेशानी से नगर निगम और लोकल वार्ड पार्षद का कोई लेना देना नहीं है। तभी तो गंदगी व कूड़े की सरांध भरी बदबू के बीच पब्लिक जीने को मजबूर है। लाल इमली मुहल्ले का एरिया नगर निगम के वार्ड नंबर म्ख् के तहत आता है। इस मुहल्ले में कूड़ा फेंकने का कोई प्वाइंट नहीं बना हुआ है। लाल इमली चौराहा व गौरइया स्थान मंदिर, ये दो जगह ऐसे हैं, जहां कूड़े की बड़ी ढेर पड़ी हुई है। जिसे पिछले कई दिनों से उठाया नहीं गया है।

दूसरे जगह का भी आता है कूड़ा

पब्लिक की मानें तो नगर निगम के स्टाफ सुबह में डेली झाड़ू तो लगाते हैं, पर कूड़ा नहीं उठाते। यही नहीं निगम के सफाई करने वाले स्टाफ छोटी गाडि़यों से दूसरे जगह का कूड़ा लाद कर लाते हैं और लाल इमली चौराहे पर ड्रॉप कर चले जाते हैं। लेकिन लाल इमली चौराहे और गौरइया स्थान का कूड़ा कोई नहीं उठाता।

स्ट्रीट लाइट में नहीं है बल्ब

शाम ढलने के बाद डेली पूरे मुहल्ले में अंधेरा छा जाता है। सड़क पर कूड़े का कब्जा होने की वजह से दिन के उजाले में पब्लिक को चलने में परेशानी होती है तो शाम के बाद स्ट्रीट लाइट के नहीं जलने से। मुहल्ले में स्ट्रीट लाइट तो लगी है, पर उसमें बल्ब नहीं है। पता नहीं फेस्टिवल के दौरान भी स्ट्रीट लाइट में बल्ब लगेगा या नहीं। इसका पब्लिक बेसब्री से इंतजार कर रही है।

सड़क पर कूड़ा होने के कारण बहुत परेशानी होती है। कई बार नगर निगम ऑफिस का मुहल्ले के लोगों ने चक्कर लगाया। वार्ड पार्षद से भी कंप्लेन किया, पर किसी ने भी कूड़े के रेगूलर उठाव के लिए कोई प्रयास नहीं किया।

- राजू कुमार

मेरे घर के आगे लोग कूड़ा फेंक देते हैं। डेली कूड़े का बड़ा ढेर घर के आगे पड़ा रहता है। कूड़े की सड़ांध फैली रहती है। इसके बीच ही मुझे और पूरे फैमिली को रहना पड़ता है। छोटे बच्चे अक्सर बीमार पड़ जाते हैं। कई बार निगम में कंप्लेन की, पर कोई सुनता ही नहीं है।

- मालती देवी

शाम के बाद गली में अंधेरा छा जाता है। कहीं भी नगर निगम की स्ट्रीट लाइट नहीं जलती है। कहीं लाइट खराब पड़े हैं तो कहीं बल्ब ही नहीं है। नगर निगम इस पर ध्यान भी नहीं देता है।

- राजू चौधरी

Posted By: Inextlive