-रघुवंश प्रसाद ने कहा, मोदी दिल्ली से बैठकर जेल को कर रहे कंट्रोल

-डीसी के फोन नहीं उठाने पर भड़के, डेढ़ घंटे तक जमे रहे

-जेल का फाटक तोड़ने पर आमादा थे लालू समर्थक, बढ़ाई गई सुरक्षा

रांची : चारा घोटाला में दोषी करार दिए गए पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद रांची के होटवार जेल में बंद हैं। उनके यहां होने से जेल के बाहर सरगर्मी काफी बढ़ गई है। रविवार को पूरे दिन उनसे मिलने के लिए नेताओं और समर्थकों का आना-जाना लगा रहा। हालांकि रविवार होने के कारण सबको निराशा ही हाथ लगी। इस बीच करीब 12.15 बजे पूर्व केंद्रीय मंत्री सह राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह अपने समर्थकों के साथ लालू से मिलने जेल गेट पहुंचे। उनके साथ दो विधायक समेत बिहार के कई बड़े नेता भी पहुंचे थे। उन्होंने जैसे ही जेल के पहले गेट से प्रवेश करने की कोशिश की, तैनात सुरक्षाकर्मियों ने रोक दिया। उन्होंने जबरन भीतर जाने की कोशिश की, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने घेर कर किसी कीमत पर उन्हें जाने नहीं दिया। मौजूद पुलिसकर्मियों ने जेल मैनुअल और रविवार होने का हवाला देते हुए उन्हें रोका। कहा, उपायुक्त की अनुमति लेकर आएं तभी भीतर जाने देंगे। रविवार को कैदियों से मुलाकात की इजाजत नहीं।

डीसी को लगाया फोन

इस पर पूर्व केंद्रीय मंत्री ने उपायुक्त को फोन लगाया। उपायुक्त ने फोन नहीं उठाया तो वे भड़क उठे। मुख्य सचिव को फोन घुमाया। उन्होंने भी फोन नहीं उठाया, तो हंगामा शुरू कर दिया। इसबीच उपायुक्त से उनकी बात हुई, तो उपायुक्त ने जेल मैनुअल का हवाला देकर उन्हें अंदर जाने से मना कर दिया। इसके बाद रघुवंश समेत सभी समर्थकों के तेवर तल्ख हो गए। पूर्व मंत्री ने कहा, रांची जेल को भी दिल्ली में बैठकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कंट्रोल कर रहे हैं। इसी वजह से उन्हें रोका जा रहा है। यह बात सुनते ही सारे समर्थकों ने नारेबाजी शुरू कर दी। पूरे डेढ़ घंटे तक जेल गेट का घेराव कर खूब हंगामा करते रहे। इस बीच जेल की सुरक्षा में तैनात क्यूआरटी व पुलिसकर्मियों ने उन्हें हंगामा न करने का आग्रह किया। इसके बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री वहां से निकल गए। उनके साथ मुजफ्फरपुर जिले के औराई विधानसभा के विधायक डॉ। सुरेंद्र कुमार, सकरा विधायक लाल बाबू राम समेत कई समर्थक शामिल थे।

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हंगामे के बाद पहुंचे डीएसपी

हंगामा खत्म होने के बाद मौके पर डीएसपी विकास चंद्र श्रीवास्तव और खेलगांव थानेदार अवधेश कुमार पहुंचे। उन्होंने मौजूद पुलिसकर्मियों को अलर्ट किया। वहीं पुलिस लाइन से अतिरिक्त फोर्स भी मंगवाया। इसके बाद सुरक्षा संबंधी कई निर्देश दिए। उन्होंने जेल के लिए बनी बैरिकेडिंग से लेकर जेल गेट और सेल के मुख्य द्वार तक की सुरक्षा के टिप्स दिए। इसके बाद जेल की सुरक्षा व्यवस्था और अधिक चुस्त कर दी गई है।

Posted By: Inextlive