-एंटी भूमाफिया पोर्टल पर बरेली का रिकॉर्ड शून्य-चीफ सेक्रेट्री ने डीएम को पोर्टल पर फीडिंग का दिया आदेश

BAREILLY: तो क्या बरेली में कोई भी भूमाफिया नहीं है, जबकि बरेली में नहर से लेकर तालाबों की जमीनें पाटकर अवैध कब्जे किए जा चुके हैं। रोजाना पब् पब्लिक कलेक्ट्रेट, एसएसपी ऑफिस और थानों में भू-माफिया के खिलाफ जमीन कब्जे की शिकायत लेकर पहुंचते हैं। जबकि एंटी ाूमाफिया पोर्टल पर बरेली की रिपोर्ट शून्य है, इसका मतलब है कि एक भी भूमाफिया बरेली में नही है। सीएम के चीफ सेक्रेट्री एसपी गोयल ने डीएम आर विक्रम सिंह को पत्र लिखकर पोर्टल पर रिकॉर्ड फीडिंग का आदेश दिया है।


रिकॉर्ड फीडिंग का दें प्रमाण पत्र

चीफ सेक्रेट्री ने डीएम को पत्र में लिखा है कि 30 नवंबर को एंटी भू-माफिया पोर्टल की समीक्षा की गई। समीक्षा में पाया गया कि सीएम और राजस्व विभाग द्वारा दिए गए निर्देशों के बावजूद पोर्टल पर रिपोर्ट जीरो दिखाई  दे रही है। इससे साफ है कि आपके द्वारा एंटी भू-माफिया पोर्टल पर फीडिंग के कार्य को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। सीएम ने चिंता व्यक्त करते हुए 10 दिसंबर तक बरेली के सभी माफिया की लिस्ट एंटी भू-माफिया पोर्टल पर अपलोड करें। रिकॉर्ड फीडिंग का प्रमाण पत्र भी राजस्व विभाग को भेजें।

 

 

रोजगार के लिए ऋण देने में भी फिसड्डी

शहरी गरीबों को सुविधाएं उपलब्ध कराने और रोजगार देने के लिए केंद्र सरकार ने दीनदयाल अन्त्योदय योजना-राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (DAYN-NULM) ने ऋण देने की योजना शुरू की है लेकिन बरेली इसमें भी फिसड्डी है। वर्ष 2017-18 में 7 महीने हो गए हैं लेकिन बरेली में रिकॉर्ड काफी खराब है। अक्टूबर माह की रिपोर्ट देते तो स्वरोजगार व्यक्तिगत ऋण का 415 का टारगेट दिया गया था लेकिन यहां सिर्फ 179 को ऋण दिया गया। इसके अलावा स्वरोजगार समूह ऋण में 17 और बैंक लिंकेज के माध्यम से ऋण के तहत 100 का टारगेट दिया गया था, इन दोनों में रिपोर्ट शून्य है।

Posted By: Inextlive