Mera wada sabse jyada...
रौनक बरकरार रहीमंगलवार को देर शाम तक कॉलेजों व उसके आसपास रौनक बरकरार रही, क्योंकि सपोर्टर्स और कैंडिडेट्स के लिए वोट अपील का आखिरी दिन था। हालांकि कई कॉलेजों में कैंपेनिंग की डेट को लेकर भी कंफ्यूजन रहा। कैंपेनिंग में कैंडिडेट्स और सपोर्टर्स की नारेबाजियों का सेंटर ऐसे इश्यू रहे, जिसने स्टूडेंट्स को अपनी ओर खींचा। कोई बेसिक्स दिलाने के वायदे के साथ सामने आया, तो किसी ने उसमें हाईटेक चीजों को भी ऐड कर दिया। पूरे कैंपेनिंग प्रॉसेस में 'नारों की चोरी' और दूसरे के सपोर्टर्स को तोडऩे की कोशिश भी दिखी। Hightech issues Subsidized tabletसेंट्रल गवर्नमेंट ने यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स के लिए सस्ते टेबलेट देने की एक प्लानिंग की, पर बिहार में अभी तक यह एक्जीक्यूट नहीं हो सका है। एमयू इलेक्शन में यह भी एक इश्यू बना है। Wi-fi campus
सस्ते टेबलेट अगर स्टूडेंट्स को दिलाने का दावा है, तो इसके लिए कैंपस भी वाई-फाई होना चाहिए। मुसू इलेक्शन में यह दूसरा ऐसा हाईटेक मुद्दा है, जो कैंडिडेट्स का हॉट फेवरेट है। Hightech lab-libraryएमयू के कई कॉलेज ऐसे हैं, जहां 'हाईटेक' जैसा कुछ नहीं है। मुसू इलेक्शन के इश्यूज में हाईटेक लैब और लाइब्रेरी तैयार करवाने का वादा और दावा भी जमकर उछल रहा है। DU connection
इलेक्शन की अनाउंसमेंट के बाद से एमयू और डीयू में कंपैरिजन शुरू हो गया। इलेक्शन फॉर्मेट भी डीयू वाला ही चुनने की डिमांड थी, तो अब जीतने पर एमयू में डीयू का फील दिलाने का वादा है। Common Issues Academic calenderएमयू जितनी बड़ी यूनिवर्सिटी है, इसकी कमियां भी उतनी ही बड़ी हैं। पटना यूनिवर्सिटी में एकेडमिक कैलेंडर तो अपडेट है, लेकिन एमयू में यह भी एक इलेक्शन का इश्यू है। Campus securityमगध यूनिवर्सिटी हो या कोई दूसरी यूनिवर्सिटी, कैंपस की सिक्योरिटी स्टूडेंट्स के लिए कंसर्निंग सब्जेक्ट रहा है। जाहिर तौर पर कैंपस में सिक्योरिटी की गारंटी, एक सेंसिबल इश्यू है। Residential facilityकॉलेजों में पढऩे के साथ रहने की फैसिलिटी एमयू में एक बड़ी डिमांड है। कॉलेज छह डिस्ट्रिक्ट में फैले हैं और स्टूडेंट्स पूरे बिहार से आते हैं। ऐसे में हॉस्टल इश्यू भी इलेक्शन में प्रॉमिनेंटली दिखा। Miscellaneousकुछ बड़े मुद्दे हैं तो छोटे मुद्दों की भी कमी नहीं है। कॉलेजों में प्ले ग्राउंड, सेमिनार हॉल, स्पोट्र्स-गेम्स फैसिलिटी, कल्चरल एक्टिविटीज के इनरिचमेंट जैसे इश्यू तो धड़ल्ले से सामने आ रहे हैं।