-नौ सूत्री मांगों को लेकर 40 दिनों से हड़ताल पर डटी हैं सेविकाएं

- दर्जन भर आंगनबाड़ी सेविकाएं चोटिल, एक का हाथ टूटा

- अब मंत्रियों और अफसरों के घर सेविकाएं डालेंगी डेरा

रांची : स्थायीकरण और मानदेय में बढ़ोतरी समेत नौ सूत्री मांगों को लेकर सीएम आवास घेरने जा रही सेविकाओं-सहायिकाओं की भीड़ को नियंत्रित करने के क्रम में पुलिस को मंगलवार को राजभवन के समीप लाठीचार्ज करनी पड़ी। इस घटनाक्रम में तकरीबन दर्जन भर सेविकाएं-सहायिकाएं चोटिल हो गई। इनमें से रांची सदर की सेविका बसंती देवी का जहां हाथ टूट गया, वहीं हातमा सेंटर की सेविका करमी लकड़ा को गंभीर चोटें आई हैं। पुलिस की इस कार्रवाई क्षुब्ध सेविकाओं- सहायिकाओं ने आंदोलन को और तेज करने की चेतावनी दी है। झारखंड प्रदेश आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन के कार्यकारी अध्यक्ष बाल मुकुंद ने कहा कि सेविकाएं अब मंत्रियों और अफसरों के घर पर डेरा डालेंगी। उनका घर से निकलना मुहाल कर दिया जाएगा।

12 दिनों से भूख हड़ताल

बताते चलें कि झारखंड प्रदेश आंगनबाड़ी वर्कर्स यूनियन के बैनर तले सेविकाएं-सहायिकाएं पिछले 40 दिनों से बेमियादी और 12 दिनों से भूख हड़ताल पर राजभवन के समीप डटी हैं। यूनियन के साथ पिछले दिनों स्वयं मुख्यमंत्री ने भी वार्ता की थी, परंतु लिखित आश्वासन नहीं मिलने से क्षुब्ध यूनियन ने हड़ताल जारी रखने का निर्णय लिया था। भूख हड़ताल की वजह से आंदोलन की इस अवधि में लगभग दर्जन भर सेविकाएं बीमार भी पड़ीं, जिन्हें सदर अस्पताल के अलावा प्रदर्शन स्थल पर ही स्लाइन चढ़ाया गया।

काम पर लौटने की अपील

इधर, तीन दिनों पूर्व महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग के सचिव ने एक आदेश निकालकर सेविकाओं को काम पर लौटने की अपील की थी। ऐसा नहीं करने पर उन्हें चयनमुक्त कर दिए जाने की बात कही थी। इससे क्षुब्ध यूनियन ने मंगलवार को सीएम आवास घेरने की घोषणा की थी। इसी कड़ी में मंगलवार को राज्य के विभिन्न कोनों से आई हजारों की तादाद में सेविकाएं सीएम आवास घेरने जैसे ही राजभवन से आगे पहुंचीं, पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोकने कर पुरजोर कोशिश की, परंतु नाकाम रहे। बाद में भीड़ को नियंत्रित करने की कड़ी में पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। कुछ देर के लिए वहां अफरातफरी का माहौल कायम हो गया। सेविकाओं की अत्यधिक भीड़ की वजह से राजभवन का आसपास का इलाका पूरी तरह से जाम रहा।

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Posted By: Inextlive