- विभूतिखंड एरिया में बुधवार शाम वारदात से हड़कंप

- अज्ञात बदमाशों ने दिया वारदात को अंजाम

- गोसाईगंज से वापस लौटते समय हुई वारदात

LUCKNOW: विभूतिखंड के शहीद पथ पर बुधवार को सरेशाम अज्ञात हमलावरों ने एडवोकेट संजय शर्मा (फ्म्) की गोली मारकर हत्या कर दी और मौके से फरार हो गए। हत्या से पहले संजय के बुलाने पर शहीद पथ पहुंचे दोस्त ने उन्हें कार में मृत देख इसकी सूचना पुलिस व परिजनों को दी। दोस्त ने गंभीर रूप से घायल संजय को इलाज के लिये करीब स्थित लोहिया हॉस्पिटल पहुंचाया। जहां डॉक्टर्स ने उन्हें डेड डिक्लेयर कर दिया। हालांकि, परिजनों को संतुष्टि नहीं हुई और वे उन्हें लेकर ट्रॉमा सेंटर पहुंचे। जहां डॉक्टर्स ने संजय को ब्रॉट डेड डिक्लेयर कर दिया। पुलिस ने मृतक के दोस्त को कस्टडी में लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है। वहीं, देररात मच्र्युरी पर जुटे वकीलों ने पुलिस के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। खबर लिखे जाने तक वकीलों का हंगामा जारी था।

शाम ब् बजे की थी कॉल

जौनपुर के मूल निवासी संजय शर्मा पेशे से वकील थे। वह निशातगंज की सातवीं गली स्थित मकान में पत्‍‌नी श्वेता, छोटे भाई अजय, बेटे कक्षा एक के छात्र कौस्तुभ (7)के साथ रहते थे। जबकि, संजय का सबसे छोटा भाई राजीव प्रतापगढ़ में रहता है। अजय के मुताबिक, संजय बुधवार सुबह आठ बजे घर से कोर्ट जाने के लिये अपनी कार (यूपीफ्ख्जीबी/9798) निकले थे। शाम करीब ब् बजे उन्होंने पत्‍‌नी श्वेता को कॉल कर बताया कि उनके जो किरायेदारों से दो मुकदमे चल रहे हैं, उनमें कोर्ट ख्8 अप्रैल को फैसला सुनाएगी। इस दौरान संजय ने श्वेता से कहा कि वह गोसाईगंज जा रहा है। इसके बाद उन्होंने कॉल डिस्कनेक्ट कर दी।

दोस्त ने दी सूचना

एसएसपी राजेश कुमार पांडेय के मुताबिक, शाम करीब म्.भ्भ् बजे संजय ने अपने दोस्त एक निजी कॉलेज में लेक्चरर सौरभ मिश्रा को कॉल किया और उन्हें मिलने के लिये कमता पर बुलाया। बताया जाता है कि कॉल मिलने के 7 मिनट बाद ही सौरभ कमता शहीद पथ जा पहुंचे। जहां रोड किनारे संजय की कार खड़ी थी। सौरभ जब कार पर पहुंचे तो उनके होश उड़ गए। वहां स्टेरिंग पर सिर टिकाए संजय पड़े हुए थे और उनके सिर व दाहिने हाथ से खून बह रहा था। उन्होंने पुलिस व परिजनों को इसकी सूचना दी और संजय को लेकर लोहिया हॉस्पिटल पहुंचे। जहां डॉक्टर्स ने उन्हें डेड डिक्लेयर कर दिया। इधर, जानकारी मिलने पर अजय व श्वेता हॉस्पिटल पहुंचे। लेकिन, उन्हें डॉक्टर्स की बात का यकीन नहीं हुआ और वे संजय को लेकर ट्रॉमा सेंटर पहुंचे। वहां भी डॉक्टर्स ने उन्हें डेड डिक्लेयर कर दिया।

किरायेदारों से चल रहा था विवाद

मृतक संजय के भाई अजय ने बताया कि संजय ने तीन साल पहले निशातगंज की सातवीं गली में दो मकान खरीदे थे। इन मकानों में किरायेदार रहते हैं। इन्हीं किरायेदारों से संजय का मुकदमा चल रहा था। बताया जाता है कि बुधवार को भी संजय किसी विवादित प्लॉट को देखने के लिये ही गए थे। एसएसपी पांडेय ने बताया कि सभी एंगल पर जांच की जा रही है।

Posted By: Inextlive