- वकीलों की हड़ताल से न्यायिक कार्य प्रभावित, शहर जाम

- सर्राफा कारोबार को भारी नुकसान, बाजार में रहा सन्नाटा

Meerut : अधिवक्ताओं और सर्राफा एसोसिएशन की हड़ताल का शहर में व्यापक असर देखने को मिला। जहां एक तरफ कचहरी में पूरी तरह से तालाबंदी रही तो दूसरी तरफ शहर का सर्राफा बाजार भी पूर्ण रूप से बंद रहा। अधिवक्ताओं ने हाईकोर्ट बेंट की मांग को लेकर बेगमपुल पर प्रदर्शन और पुतला दहन किया। जबकि सर्राफा कारोबारियों की हड़ताल शांतिपूर्ण रही। दोनों के हड़ताल से आम जनजीवन प्रभावित रहा। कचहरी में न्यायिक कार्य नहीं हो सके। वहीं सर्राफा कारोबार पर करोड़ों रुपए का असर पड़ा। अधिवक्ताओं की हड़ताल की वजह से शहर के आम लोगों को जाम से भी जूझना पड़ा।

तालाबंदी कर किया प्रदर्शन

केंद्रीय संघर्ष समिति के आह्वान पर मेरठ में हाईकोर्ट की बेंच स्थापित करने की मांग को लेकर बुधवार को सभी अधिवक्ता हड़ताल पर रहे। उन्होंने कचहरी के कार्यालयों पर तालाबंदी की, परिसर में प्रदर्शन किया और फिर यहां से मानव श्रृंखला बनाकर नारे लगाते हुए बेगमपुल पर पहुंचे। बेगमपुल पर पहुंच कर अधिवक्ताओं ने धरना प्रदर्शन किया। उनके हाथों में अपनी मांग को बैनर-पोस्टर थे। अधिवक्ता पश्चिम उत्तर प्रदेश में हाईकोर्ट बेंच स्थापित करने की मांग कर रहे थे।

जाम से जूझता रहा शहर

अधिवक्ताओं की हड़ताल की वजह से शहर जाम से जूझता रहा। अधिवक्ता कचहरी रोड से होते हुए बेगमपुल पहुंचे। वे मानव श्रृंखला बनाकर पहुंचे थे। इस दौरान दिल्ली रोड, बच्चा पार्क, बेगमपुल, कचहरी रोड से सर्किट हाउस चौराहा पर घंटों जाम लगा रहा। हालांकि अधिवक्तओं ने स्कूलों की छुट्टी से पहले ही अपनी हड़ताल खत्म कर दी थी। बावजूद इसके लोग काफी देर तक लंबे जाम में फंसे रहे। स्कूलों की छुट्टी हुई तो स्थिति अनियंत्रित हो गई। लोग जहां थे वहीं पर काफी देर तक खड़े रहे। ट्रैफिक और सिविल पुलिस को भी यातायात व्यवस्था को सुचारू करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।

Posted By: Inextlive