- 2012 में साढ़े चार अरब था बकाया, ब्याज जोड़ कर रकम होगी 6 अरब रुपये

- बकाये के निस्तारण के लिए शासन स्तर पर होनी थी बैठक

LUCKNOW: लखनऊ विकास प्राधिकरण पर नगर निगम की करीब 6 अरब रुपये की देनदारी है। विभिन्न योजना में नगर निगम की जमीन सम्मिलित करने के बदले एलडीए को इस रकम को चूकता करना था। 2012 में यह रकम करीब साढ़े चार अरब थी जबकि वर्तमान समय में ब्याज समेत रकम 6 अरब पहुंच गई है। लंबे समय से एलडीए और नगर निगम के बीच संपत्तियों को लेकर विवाद चला आ रहा है। एक बार फिर नगर निगम ने अपनी संपत्तियों के बदले संपत्ति या फिर धनराशि की मांग की है। इस संबंध में शासन में बैठक होनी थी लेकिन बैठक स्थगित होने के चलते कोई निर्णय नहीं हो सका है। इससे पहले भी तत्कालीन नगर आयुक्त ने एलडीए को पत्र लिखकर धनराशि की मांग की थी।

साढ़े तीन सौ एकड़ के बदले में केवल 170 एकड़ जमीन दी

एलडीए को हस्तांतरित योजनाओं में नगर निगम की करीब 400 करोड़ की संपत्तियां चली गई हैं। एलडीए ने हरदोई रोड, सीतापुर रोड, कानपुर रोड एवं उजरियांव आवासीय योजनाओं के अंतर्गत ग्राम सभा की भूमि पर नियोजन की कार्रवाई की। इसके अलावा भूखंडों का विकास एवं आवंटन कर करोड़ों का राजस्व प्राप्त किया। लेकिन इसके बदले नगर निगम को कुछ भी मिला नहीं। गोमती नगर योजना में विभिन्न गांवों की ग्राम समाज की 346.18 एकड़ भूमि के बदले सिर्फ 170 एकड़ भूमि नगर निगम को दी गई है। इस भूमि के हस्तांतरण के लिए एलडीए के 1994 के पत्र के अनुसार यह शर्त रखी गई कि हस्तातंरित भूमि का आंतरिक व बाह्य विकास नगर निगम के जरिए प्राधिकरण के मानकों पर किया जाएगा। नगर आयुक्त उदय राज सिंह ने बताया कि भदरूख में भीखमपुर, कासिमपुर पकरी में नगर निगम की लगभग 50 बीघा जमीन एलडीए की योजना में चली गई। एक बार फिर इस भूमि के बदले भूमि या धनराशि की मांग की गई है।

किस योजना और जमीन पर कितना बकाया है

योजना का नाम नगर निगम की भूमि एलडीए का भुगतान

हरदोई रोड 130.875 एकड़ 7 एकड़

कानपुर रोड 691.868 एकड़ -

सीतापुर रोड 198.25 एकड़ -

पारा 50 एकड़ 150 लाख

गोमती नगर सलेज फार्म 657.06 एकड़ -

सलेज फार्म के अतिरिक्त 53.59 एकड़ -

सलेज फार्म की ग्रीनबेल्ट 50 एकड़ -

ऐशबाग भट्टे की भूमि 11.75 एकड़

Posted By: Inextlive