माननीय का मोहल्ला: करते सिर्फ वादा, दिखता नहीं इरादा..
- सिटी के जंगल शालीग्राम, महेवा, हांसूपुर और तुर्कमानपुर के पार्षदों के मोहल्ले में भी नहीं दिखा काम
- बोली पब्लिक, पांच साल पहले जो हालत थी वही आज भी, पार्षदों ने नहीं निभाए अपने वादेGORAKHPUR: अपनी समस्याओं को दूर करने और अपने एरिया का प्रतिनिधित्व करने के लिए पब्लिक माननीयों को चुनती है लेकिन वे पब्लिक की उम्मीद पर कितना खरा उतर पाते हैं, यह देखने निकली दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम को रविवार को भी निराशा ही हुई। सिटी के चार वार्डो में पार्षदों के मोहल्ले की हालत आप तक पहुंचाने के बाद टीम रविवार को जंगल शालीग्राम, महेवा, हांसूपुर और तुर्कमानपुर के पार्षदों के मोहल्ले में पहुंची। जो हालात दिखे वे यही कह रहे थे कि पार्षद चुनाव के समय वादे तो करते हैं लेकिन उसके बाद वे विकास का इरादा नहीं रखते। जीतने के बाद वार्ड तो छोडि़ए, पार्षद अपने मोहल्ले का विकास करना भी भूल गए। पब्लिक ने तो सीधे कहा कि जो दशा पांच साल पहले थी आज भी वही है जबकि अब पार्षदों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है।
--------------- वार्ड नं। 11 जंगल शालीग्रामयहां के पार्षद के मोहल्ले में सबसे अधिक दिक्कत पीने के पानी की है। पानी सप्लाई नहीं होने के कारण यहां के करीब 3 हजार घर देसी और इंडियामार्का हैंडपंप से अपनी प्यास बुझाते हैं। जबकि यदि यहां बनी टंकी चालू हो जाती तो जंगलमातादीन एरिया के 5 प्रमुख मोहल्लों की करीब 20 हजार आबादी को शुद्ध पानी मिल जाता। वहीं दूसरी बड़ी समस्या वाटर लॉगिंग की है। टूटी सड़कें, बिजली के जर्जर खंभे और कूड़ों से पटी नालियां देखकर लगा ही नहीं कि यहां कुछ विकास भी हुआ है।
पब्लिक कॉलिंग जलकल के अधिकारियों से पानी टंकी चालू करने के लिए कहने पर वे इस्टीमेट बनने की बात करते हैं लेकिन आज तक एरिया में पाइप लाइन नहीं बिछी। अजय उपाध्याय, सर्विसमैन वर्जन पानी टंकी के लिए नगर निगम से कहने पर वे कहते हैं कि जलकल की है। इसमें बहुत घनचक्कर है। एक दर्जन से अधिक गलियों को जल निगम ने खोदकर छोड़ दिया है। - छाया निगम, पार्षद ---------------- वार्ड नं 30 महेवादैनिक जागरण-आई नेक्स्ट टीम को यहां के पार्षद के मोहल्ले में भी विकास नजर नहीं आया। पार्षद के घर से 100 मीटर दूर ही हाइवे के किनारे कूड़ा गिराया जाता है। गलियों में लगी इंटरलॉकिंग उखड़ चुकी हैं। मोहल्ले में पाने के पानी के लिए लोग तरस रहे हैं। पब्लिक की शिकायत है कि पार्षद सुनते नहीं हैं। यहां वाटर लॉगिंग की प्रॉब्लम तो कुछ कम है लेकिन अन्य समस्याएं काफी हैं। पब्लिक का कहना है माननीय लोगों को सिर्फ वादा करना ही आता है, विकास करना नहीं। जहां-तहां मोहल्ले में कूड़े का ढेर नजर आया।
पब्लिक कॉलिंग महेवा में पानी सप्लाई होती ही नहीं है। कभी सप्लाई आ गई तो इतना गंदा होता है कि जानवर भी न पिएं। बाल्टी में कीड़े तैरते नजर आते हैं। थोड़ी ही देर में पानी पीला पड़ जाता है। - दीपक मद्धेशिया, व्यापारी वर्जन नगर निगम की खाली जमीन है, उसी पर निगम के कर्मचारी कूड़ा गिरा देते हैं। मोहल्ले के कुछ एरिया में पानी की समस्या है, वहां पाइप लाइन बिछाई जा रही है। - रवींद्र निषाद, पार्षद, वार्ड नं 30 महेवा ---------------- वार्ड नं 45 हांसूपुरयहां रोड तो सही है लेकिन अन्य समस्याएं दूसरे वार्डो की तरह ही है। सफाई की हालत इसी से समझी जा सकती है कि हांसूपुर के पार्षद के घर के सामने ही कूड़ा नजर आया। हांसूपुर पोस्ट ऑफिस के पीछे और बांध के किनारे की हालत यह थी कि दोपहर में नालियां रोड के बराबर बह रही थीं। जाहिर है सुबह में जब पानी का अधिक यूज होता है, तब पानी रोड पर भी बहता है। दूसरी सबसे बड़ी प्रॉब्लम आवारा जानवरों की है। इससे भी निजात दिलाने में पार्षद असफल रहे हैं।
पब्लिक कॉलिंग वार्ड की हालत बहुत ही खराब है। स्थिति यह है कि वार्ड में सफाई, सड़क व अन्य सुविधाएं चौपट हैं। वाटर लॉगिंग होती है तो आवारा जानवरों का आतंक रहता है। - अनुराग मंझवार, व्यापारी वर्जन विकास हुआ है। नालियों की सफाई के लिए स्वास्थ्य विभाग से बात की गई है। यदि किसी को प्रॉब्लम है तो वह जानकारी दें। दिक्कत दूर की जाएगी। - आरती श्रीवास्तव, पार्षद, वार्ड नं 45 हांसूपुर ------------- वार्ड नं 50 तुर्कमानपुरशहर की सबसे घनी आबादी वाले एरिया में तुर्कमानपुर की गिनती होती है। इस एरिया के पार्षद का निवास तुर्कमानपुर के बीच में हैं। पार्षद के घर से लगभग 10 से 15 मीटर दूर स्थित पुराने सामुदायिक शौचालय की हालत बेहद ही खराब दिखी। इसके बगल में ही नगर निगम ने कूड़ा पड़ाव केंद्र बना दिया है। नार्मल टैक्सी पर जल निकासी के लिए बना नाला भी कूड़ा से पटा नजर आया। मोहल्ले के लोगों ने शिकायत की कि एक तरफ तो पीने के लिए शुद्ध पानी नहीं आता और दूसरी तरफ वाटर लॉगिंग की समस्या बनी रहती है।
पब्लिक कॉलिंग कूड़ा न उठने से हम लोगों का घरों में रहना मुश्किल हो जाता है। कूड़ा के कारण दिनभर आवारा जानवरों को जमावड़ा लगा रहता है, जिससे बच्चों को खतरा रहता है। - मोहम्मद इरशाद, दुकानदार वर्जन वार्ड में कूड़ा नहीं उठने की समस्या तो है लेकिन जलजमाव मेरे वार्ड में नहीं होता। जहां तक गंदे पानी की सप्लाई की बात है तो जब भी ऐसी समस्या मिलती है तो उसे दूर की जाती है। हाजी भानू मुस्तफा, पार्षद, वार्ड नं 50 तुर्कमानपुर