- ओलंपिक साइज पूल के साथ बनेगा लर्निग पूल

- आरएसओ से डिप्टी डायरेक्टर स्पो‌र्ट्स बने आरएन सिंह ने की स्विमिंग पर विशेष बातचीत

- कहा, नहीं आया कोई कोच तो खुद देंगे बच्चों को कोचिंग

sharma.saurabh@inext.co.in

Meerut : वैसे तो मेरठ को स्पो‌र्ट्स सिटी का दर्जा प्राप्त है। क्रिकेट से लेकर कुश्ती तक में मेरठ के खिलाड़ी अपना लोहा मनवा चुके हैं। फिर भी खेलों में कुछ कमी सी लगती है। वो भी तक जब जिले के पास स्पो‌र्ट्स का ऐसा अधिकारी है जो इंटरनेशनल लेवल का है। जी हां, हम बात कर रहे हैं स्वीमिंग की और अधिकारी का नाम है डिप्टी डायरेक्टर स्पो‌र्ट्स आरएन सिंह। जो खुद माने हुए तैराक रह चुके हैं। मेरठ में स्वीमिंग को लेकर संभावनाओं और मेरठ में स्वीमिंग की बदतर हालात के बारे में आई नेक्स्ट से खुलकर बात की।

ओलंपिक साइज का पूल बेकार

आरएन सिंह से बताया कि ये काफी अच्छी बात है कि मेरठ स्टेडियम में ओलंपिक साइज और मानकों पर खरा उतरता स्वीमिंग पूल मौजूद है, लेकिन ये पूल तब तक बेकार है जब तक बच्चों को थोड़ी बहुत तैराकी न आती हो। तैराकी के बेसिक कांसेप्ट्स हैं। पहले बच्चों को लर्निंग पूल में उतारा जाता है। उसे बेसिक चीजें सिखाई जाती है। जब वो ठीक से एडजस्ट हो जाते हैं तो उसे ट्रेनिंग दी जाती है। डायरेक्ट गहरे पानी में बच्चों को उतारना भी काफी रिस्की है।

एनसीआर चले जाते हैं बच्चे

स्टेडियम में बच्चों का स्वीमिंग की ओर रुझान थोड़ा कम है। बच्चे ट्रेनिंग के नोएडा, दिल्ली और एनसीआर की ओर दौड़ जाते हैं। जहां लर्निग पूल में पानी के साथ एडजस्ट कराया जाता है। अब मेरठ में भी कई प्राइवेट पूल खुल गए हैं। जो कि लर्निग पूल के मानकों पर खरे नहीं उतरते। उन पर एक्शन होना चाहिए, लेकिन आज तक शासन और प्रशासन की ओर से मुझसे कोई रिपोर्ट नहीं मांगी। मेरठ में ऐसे पूल्स की संख्या करीब ख्भ्-फ्0 होगी।

ये भी है एक कारण

डिप्टी डायरेक्टर आरएन सिंह ने बताया कि स्वीमिंग की दशा खराब होने की एक वजह और भी है कि यहां कोई कोच नहीं है। हमने प्रस्ताव भी भेजा है। आगे भी भेजेंगे। ऑनरोल न सही एडहॉक पर ही कोई जरूर कोच होना काफी जरूरी है। अब यहां लाइफ गार्ड ही कोच की भूमिका है। ये बात समझनी होगी कि लाइफ गार्ड कोच नहीं जीवन रक्षक होता है। उससे कोचिंग का काम नहीं लिया जा सकता है। आने वाले कोचिंग सेशन में कोई कोच नहीं मिलता है तो मैं खुद बच्चों को कोचिंग दूंगा।

ख्भ् लाख मंजूर

डिप्टी डायरेक्टर के अनुसार हमने जिला योजना में लर्निग पूल के लिए बजट का प्रस्ताव रखा था। इसके लिए ख्भ् लाख रुपए का पास हो चुका है। उम्मीद है जल्दी रुपया भी रिलीज हो जाएगा। उसके बाद जहां आर्चरी कोर्ट है वहां लर्निग पूल बनाया जाएगा। आर्चरी कोर्ट को अंदर ग्राउंड में शिफ्ट कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा अगर यहां पर लर्निग पूल बन जाएगा तो आगे आने वाले दिनों में आपको बेहतरीन तैराक मिल सकते हैं।

Posted By: Inextlive