बोर्ड एग्जाम के कुछ दिन पहले से ही स्टूडेंट्स का स्ट्रेस में आ जाना बड़ी कॉमन बात है। कुछ स्‍टूडेंट्स को लगता है कि इस स्‍ट्रेस का दूर करना उनके बस की बात नहीं है जबकि सच तो यह है कि अपनी एग्‍जाम प्रिपरेशन को सिस्‍टमैटिक और कैटेगराइज करके इस स्ट्रेस को आसानी से दूर किया जा सकता है...। तो एग्‍जाम से पहले आइए जानें स्‍ट्रेस मैनेजमेंट के कारगर तरीके।

बोर्ड एग्जाम्स में अपियर होने से पहले स्टूडेंट्स का स्ट्रेस में रहना या एग्जाम के डर के चलते निगेटिव सोचना, आम बात है, लेकिन उनका यह स्ट्रेस या डर अगर उनपर हावी होने लगे और इसके कारण उनकी पढ़ाई डिस्टर्ब हो, तो स्थिति वाकई टेंशन वाली है। ऐसे में पॉजिटिव सोचने और अपनी प्रिपरेशन को कैटेगराइज करके हर सब्जेक्ट को डेली प्रिपेयर करने से काफी हद तक स्ट्रेस को कम किया जा सकता है। अगर आप या आपका कोई फैमिली मेंबर भी बोर्ड एग्जाम में अपियर हो रहा है, तो स्ट्रेस से बचने के लिए यह टिप्स फॉलो कर सकते हैं।

 

बनाएं प्रॉपर स्टडी शिड्यूल

स्टूडेंट्स का प्रॉपर स्टडी शिड्यूल बनाकर पढ़ाई करना बहुत जरूरी है। शिड्यूल बनाते समय हर सब्जेक्ट को उसमें शामिल करें। जिस सब्जेक्ट को ज्यादा प्रिपेयर करने की जरूरत है, उसके लिए ज्यादा टाइम तय करें। साथ ही सुबह दो घंटे रिवीजन के लिए जरूर रखें। अगर पॉसिबल हो तो लर्निंग वर्क के लिए भी सुबह का समय ही निर्धारित करें, क्योंकि सुबह के शांत माहौल में दिमाग भी शांत रहता है, जिससे पढ़ी हुई बातें आपकी मेमोरी में लंबे समय तक रहती हैं।

 

 

रिवीजन को दीजिए इंपॉर्टेंस

बहुत से स्टूडेंट्स एग्जाम के डर से पढ़ा हुआ भी भूल जाते हैं या स्ट्रेस के चलते बेहतर तरीके से सवालों के आन्सर नहीं लिख पाते, इससे बचने के लिए डेली रिवीजन करना बहुत जरूरी है। लर्न किए हुए टॉपिक्स या चैप्टर्स को बार-बार पढऩे से टॉपिक का कॉन्सेप्ट भी क्लियर होता है।

 

ब्रेक लेना न भूलें

लगातार पढ़ते रहना भी कई बार स्ट्रेस का कारण बन जाता है। ऐसे में स्टूडेंट्स को बीच-बीच में ब्रेक्स जरूर लेने चाहिए। ब्रेक के दौरान किसी ऐसी एक्टिविटी में अपना टाइम दें, जो आपके इंटरेस्ट की हो।

Posted By: Chandramohan Mishra