गांधी उपवन में रोपे पौधे, खतरनाक पॉलीथिन पौधे के पास ही छोड़ी

सांसद समेत वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों की नहीं पड़ी नजर

Meerut : 'गांधी उपवन.' जैसा नाम है वैसा कुछ भी नहीं दिखा मेरठ विकास प्राधिकरण की इस साइट पर. शुक्रवार को इस साइट पर वृहद पौधरोपण अभियान चलाया गया. इंडस्ट्रियल एरिया के बीच गगोल रोड पर एक प्लाट में करीब 5 हजार पौधों को आनन-फानन रोपा गया. आश्चर्य की बात यह रही कि सांसद, कमिश्नर-डीएम समेत वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा शासन से अपर मुख्य सचिव की मौजूदगी में पौधे तो रोपे गए, किंतु पौध पर लगी पॉलीथिन को पौधों के पास ही छोड़ दिया गया. अफसरों के मुंह फेरते ही 'गांधी उपवन' फिर वीरानी में डूब गया. हां, पॉलीथिन और गंदगी के निशान मौजूद रहे.

स्वच्छता को मुंह चिढ़ाया

केंद्र सरकार राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को आर्दश मानकर स्वच्छता अभियान का संचालन कर रही है तो वहीं प्रदेश सरकार ने इसी अभियान को आगे बढ़ाते हुए गांधी उपवन विकसित करने के निर्देश दिए. जबकि मेरठ में केंद्र और प्रदेश सरकार के मंसूबों पर सिस्टम ने पानी फेर दिया और यह सब सांसद राजेंद्र अग्रवाल, अपर मुख्य सचिव (विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी) कुमार कमलेश, कमिश्नर अनीता सी मेश्राम, डीएम अनिल ढींगरा समेत वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों की नजर के सामने हुआ. करीब 5 हजार पौधे गांधी उपवन में रोपे गए, जिसमें से सभी पौधों पर लगी पॉलीथिन को पौधे के पास ही छोड़ दिया गया. आयोजन के बाद पड़े लंच पैकेट और वाटर बोतल भी गांधी उपवन को गंदा कर रहे थे.

हद दर्जे की लापरवाही

गांधी उपवन के नाम से विकसित की गई इस साइट के बीचोंबीच दर्जनों की संख्या में ड्रम पड़े हैं, जिसमें इंडस्ट्रियल वेस्ट भरा है. इन ड्रमों से निकलने वाले इंडिस्ट्रयल वेस्ट ने यहां भी जमीन को 'डेड' कर दिया है. साइट को डेवलप करने के दौरान न तो यहां से यह इंडस्ट्रियल वेस्ट हटाया गया और न ही डेड लैंड की लेयर को हटाकर उर्वरा मिट्टी डाली गई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस महत्वाकांक्षी प्रोग्राम पर सीधी नजर है तो वहीं 'जिम्मेदारों' की हद दर्जे की लापरवाही यहां देखने को मिली.

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पौधों की पॉलीथिन को क्यों नहीं हटाया गया, यह देखा जाएगा. एमडीए को निर्देश दिए जाएंगे कि वे इंडस्ट्रियल वेस्ट को हटाकर वहां पर उर्वरा मिट्टी को डालें जिससे कि पौधों को अनुकूल परिस्थिति मिले.

-अदिति शर्मा, डीएफओ, मेरठ

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50 माइक्रोन से नीचे की पॉलीथिन जमीन के नुकसानदायक है. इससे जमीन की उर्वरा शक्ति प्रभावित होगी तो वहीं पॉलीथिन वेस्ट पौधों पर दुष्प्रभाव डालेगा. इनआर्गेनिक केमिकल वेस्ट जमीन की उर्वरा शक्ति को नष्ट कर देता है.

-आरके त्यागी, क्षेत्रीय अधिकारी, उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, मेरठ

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